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    Jharkhand News: छात्रों के लिए खुशखबरी, MGM कॉलेज में बढ़ेंगी MBBS की सीटें

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 08:53 AM (IST)

    जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटें 100 से बढ़कर 150 होने की संभावना है। एनएमसी ने कॉलेज प्रशासन से कुछ कमियों को दूर करने के लिए अंडरटेकिंग मांगी, जिसे कॉलेज ने सौंप दी है। सीट बढ़ने से मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा, छात्रों को अधिक अवसर मिलेंगे, और राज्य की चिकित्सा सेवा सुदृढ़ होगी। यह झारखंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।

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    MGM कॉलेज में बढ़ेंगी MBBS की सीटें


    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर के लिए एक अच्छी खबर है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में अब एमबीबीएस की 50 सीटें बढ़ाकर 150 किए जाने की संभावना बन गई है। मंगलवार को नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिवाकर हांसदा के साथ बैठक की और कालेज से संबंधित कुछ खामियों को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से अंडरटेकिंग मांगी।

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    कालेज प्रशासन ने तत्काल विभाग के अधिकारियों से समन्वय कर अंडरटेकिंग एनएमसी को सौंप दी है। माना जा रहा है कि यह प्रक्रिया एमजीएम में सीट वृद्धि को लेकर सकारात्मक संकेत है। एमजीएम कॉलेज ने 150 सीट की मान्यता के लिए एनएमसी को आवेदन किया था।

    इसके बाद अगस्त माह में एनएमसी की टीम ने कालेज का निरीक्षण किया था। निरीक्षण रिपोर्ट में कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब और क्लिनिकल सुविधाओं को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। हालांकि, कुछ फैकल्टी और उपकरणों की कमी की ओर ध्यान दिलाया गया था।

    एनएमसी ने इस बैठक में यह भी संकेत दिया कि अगर सीट बढ़ाने का इरादा नहीं होता, तो कालेज प्रशासन से आनलाइन बैठक कर अंडरटेकिंग नहीं मांगी जाती। फिलहाल, एमजीएम में एमबीबीएस के 100 सीट है।

    मरीजों को मिलेगा बेहतर इलाज का लाभ

    एमबीबीएस सीट बढ़ने से एमजीएम अस्पताल में डाक्टरों की संख्या स्वतः बढ़ जाएगी। हर साल 50 नए छात्रों के जुड़ने से इंटर्न डाक्टरों की उपलब्धता में भी इजाफा होगा। इससे ओपीडी, आपातकालीन विभाग और वार्डों में मरीजों की देखभाल और तेज व गुणवत्तापूर्ण हो सकेगी। साथ ही, विशेषज्ञता वाले विभागों में रिसर्च और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के अवसर भी बढ़ेंगे।

    छात्रों को बढ़े अवसर

    सीट बढ़ने का सबसे बड़ा फायदा झारखंड और आसपास के राज्यों के छात्रों को मिलेगा। अब 50 अतिरिक्त छात्रों को एमबीबीएस में दाखिला लेने का मौका मिलेगा।

    इससे राज्य में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा कम होगी और झारखंड के छात्रों को बाहर जाने की आवश्यकता घटेगी। एमजीएम जैसे सरकारी कालेज में कम खर्च पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को भी लाभ होगा।

    चिकित्सा सेवा होगी सुदृढ़

    कालेज प्रबंधन के अनुसार, सीट वृद्धि से कालेज का शैक्षणिक माहौल और क्लिनिकल रिसर्च गतिविधियां दोनों मजबूत होंगी। इससे न केवल एमजीएम बल्कि पूरे कोल्हान प्रमंडल के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार आएगा।

    अधिक छात्रों के प्रशिक्षण से भविष्य में राज्य को और अधिक योग्य डाक्टर मिलेंगे, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा को मजबूती देंगे। एमजीएम प्रिंसिपल डॉ. दिवाकर हांसदा ने कहा कि हमने एनएमसी की सभी शर्तें पूरी करने का प्रयास किया है। आयोग की प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक है। उम्मीद है कि जल्द ही 150 सीट की औपचारिक मान्यता मिल जाएगी।

    अगर एनएमसी की मंजूरी मिलती है, तो एमजीएम झारखंड का ऐसा दूसरा कालेज बन जाएगा जहां 150 एमबीबीएस सीट होंगी। यह न सिर्फ मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि जमशेदपुर और आसपास के जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी और बेहतर हो जाएगी। -डॉ. दिवाकर हांसदा, प्रिंसिपल, एमजीएम