मेहंदी-हल्दी की रस्म पूरी, 15 जोड़ों की सामूहिक शादी आज
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : समाधान संस्था के तत्वावधान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के तहत म ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : समाधान संस्था के तत्वावधान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के तहत मंगलवार की शाम को सिदगोड़ा टाउन हॉल में 15 कन्याओं की हल्दी-मेहंदी की रस्म पूरी की गई। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संगीत संध्या का भी आयोजन हुआ। विवाह संस्कार के गीतों के अलावा डीजे और पंजाबी ढोल की धुन पर परिजनों और समाधान के सदस्यों ने ठुमके भी लगाए। संगीत संध्या का उदघाटन मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी रुक्मिणी दास ने किया। उनके साथ गार्गी मंजू भी मौजूद रहीं।
संगीत संध्या में नृत्य शहर की डांस अकादमी के प्रशिक्षुओं ने दी। शुरुआत गणेश वंदना एवं शिव ताडव स्त्रोत पर रोमाचित करने वाले नृत्य से हुई। इसके उपरात बॉलीवुड गीत मेहंदी है रचने वाली.., चूड़ी जो खनके हाथों में.., प्रेम रतन धन पायो.. के अलावा नागपुरी एवं संथाली गानों पर भी प्रस्तुति दी गई। परिणय सूत्र में बंधने जा रही बेटिया और उनके परिजन भी ढोल की धुन पर थिरकने से खुद को रोक नहीं पाए। समाधान के सदस्यों ने भी जमकर मस्ती की। बुधवार को 15 जोड़ों का सामूहिक विवाह टाउन हॉल ग्राउंड में संपन्न होगा।
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दहेज प्रथा के विरुद्ध एक सार्थक प्रयास : रुक्मिणी
रुक्मिणी देवी ने कहा कि सामूहिक विवाह का आयोजन समाधान का समाजहित में सार्थक कदम है। किसी कमजोर, असहाय अथवा जरूरतमंद परिवार की कन्या का विवाह संपन्न कराने से बढ़कर पुनीत कार्य कुछ और नहीं हो सकता। उन्होंने दहेज प्रथा और खर्चीली शादियों से बचने की अपील की।
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सभी की आखें हो गई नम
मेहंदी-हल्दी की रस्म के दौरान बेटियों के साथ ही परिजन, समाधान के सदस्य और मौजूद लोगों की आखें नम हो गई। परिणय सूत्र में बंधने जा रही सुशीला हो, संगीता जोड़ा मुंडा एवं फूलमती कारवा अपने स्व. पिता को याद करते हुए फफक कर रो पड़ीं। मालूम हो कि फूलमती कारवा के मां-पिता दोनों ही नहीं हैं। इस बात की जानकारी जब समाधान की अध्यक्ष पूनम विग में अपने संबोधन में दी, तो कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोग अपने आंसुओं पर नियंत्रण न रख सके।

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