मैट्रिक के 628 छात्रों का रजिस्ट्रेशन रोका, हंगामा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मैट्रिक की परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहे पूर्वी सिंहभूम क
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मैट्रिक की परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहे पूर्वी सिंहभूम के 628 छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। इनमें 128 छात्र सिर्फ मानगो के ही हैं। डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) शिवेंद्र कुमार ने इन छात्रों के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है। यदि जैक में इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाता है तो ये मैट्रिक की परीक्षा से वंचित रह जाएंगे। इसके चलते सोमवार को डीईओ कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ।
मानगो के छात्रों ने सोमवार को डीईओ कार्यालय का घेराव किया और डीईओ से अपना फैसला वापस लेने की मांग की। जिन स्कूलों के छात्रों का रजिस्ट्रेशन रोका गया है उनमें हनीफिया स्कूल जवाहरनगर, पब्लिक हाईस्कूल आजाद नगर, एपीजे अब्दुल कलाम स्कूल हाईस्कूल जवाहरनगर, एमओ एकेडमी ओल्ड पुरुलिया रोड जाकिर नगर, आदर्श हाईस्कूल शास्त्री नगर, आदिवासी जनकल्याण विद्यालय पटमदा, ¨हदी हाईस्कूल चापड़ी मुसाबनी आदि शामिल हैं।
दरअसल, कुछ दिन पूर्व डीईओ ने इन स्कूलों का निरीक्षण करवाया था। निरीक्षण पदाधिकारियों ने उपस्थिति पंजी के आधार पर रिपोर्ट डीईओ को सौंपी थी, उस आधार पर छात्रों का मैट्रिक रजिस्ट्रेशन का कार्य रोक दिया गया। पहले प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मानगो वेलफेयर मिशन के डा. अफरोज शकील ने बताया कि यदि इन छात्रों रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया तो शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन होगा। छात्रों ने साल भर पढ़ाई की और अब जब परीक्षा को दो-तीन महीने बचे हैं, उन्हें रजिस्ट्रेशन से वंचित किया जा रहा है। शिक्षा विभाग में नियम-कानून है या नहीं। एक तरफ सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा लगा रही है। तो दूसरी तरफ छात्र-छात्राओं को पढ़ाई से वंचित किया जा रहा है।
विरोध के बाद झुका शिक्षा विभाग :
जिला शिक्षा कार्यालय में सोमवार को छात्रों के प्रदर्शन के बाद शिक्षा विभाग ने अपने निर्णय को 24 घंटे के लिए टाल दिया है। जिन स्कूल के छात्रों का मैट्रिक रजिस्ट्रेशन कार्य रोका गया है, उन स्कूलों को विभाग ने एक मौका दिया है। इसके लिए विभाग उन विद्यालयों की जाच कराएगा। यह जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि विभाग ने यह फैसला छात्रों के भविष्य को देखते हुए लिया है। ताकि स्कूल की लापरवाही की वजह से किसी को कोई नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि जाच की जिम्मेदारी संबंधित बीईईओ को दी गई है। वे 24 घटे में जाच कर रिपोर्ट को सौंपेंगे। इसके तहत उन्हें संबंधित स्कूलों में नामाकित व उपस्थित बच्चों की संख्या की जाच करनी है। यदि इस जाच में स्कूलों में बच्चों की स्थिति सामान्य पायी गई तो उन्हें रजिस्ट्रेशन की अनुमति दे दी जाएगी, लेकिन यदि इस जाच में भी बच्चे स्कूल में नहीं मिले तो फिर पुराने फैसले को ही कायम रखा जाएगा।
स्मार्ट क्लास संचालन को ले हुई चर्चा : जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में स्मार्ट क्लास संचालन को लेकर बैठक आयोजित किया गया। इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने सभी प्लस टू स्कूलों के प्राचार्यो को बताया कि आखिर किस प्रकार से स्मार्ट क्लास संचालन होगा। स्कूलों को इसके लिए रुटीन तैयार करने को कहा गया। इस दौरान डीइओ ने कहा कि स्मार्ट क्लास के संचालन से लेकर उसे सुरक्षित रखना भी स्कूल प्रशासन का ही कर्तव्य है।
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