कोरियाई कंपनी लगाएगी 7000 करोड़ का प्लांट
नंबर गेम 16 गुणा अधिक होती है अन्य से लिथियम बैटरी की क्षमता
नंबर गेम
16
गुणा अधिक होती है अन्य से लिथियम बैटरी की क्षमता
88
एकड़ जमीन देने की बात कही गई थी
283
एकड़ जमीन देने पर तैयार हो गई आयडा
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जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : फरवरी में हुए 'झारखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' में आठ कोरियाई कंपनियों ने राज्य सरकार के साथ निवेश का करार किया था। उनमें से एक स्मार्ट ग्रेड कंपनी ने जमशेदपुर में करीब 7000 करोड़ रुपये (1035 मिलियन डॉलर) निवेश करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में रविवार शाम को मुख्यमंत्री रघुवर दास जब शहर पहुंचे, तो जमशेदपुर एयरपोर्ट के लाउंज में कंपनी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
कंपनी के प्रबंध निदेशक (भारत) सुनील मिश्रा ने बताया कि वह स्थल निरीक्षण के लिए जमशेदपुर आए थे, जिसमें उनके साथ आइआइएम अहमदाबाद के प्रो. पीके सिन्हा भी हैं। मिश्रा ने बताया कि उनकी कंपनी इलेक्ट्रिक व्हेकिल, लिथियम बैटरी व सोलर पावर के इक्विपमेंट बनाएगी। भारत में फिलहाल लिथियम बैटरी का निर्माण नहीं हो रहा है, जबकि अभी सैमसंग, एलजी व पैनासोनिक की बैटरी भारतीय बाजार में उपलब्ध है। भारत में पहली बार लिथियम बैटरी का उत्पादन किया जाएगा, जिसकी क्षमता अन्य बैटरी की तुलना में 16 गुणा ज्यादा होगी।
मिश्रा ने बताया कि उन्हें एयर, रेल व रोड कनेक्टिविटी के अलावा कई चीजों का मुआयना करना था। प्लांट के लिए पहले उन्हें इलेक्ट्रानिक मैन्यूफैक्च¨रग हब के अंतर्गत 88 एकड़ जमीन देने की बात कही गई थी, लेकिन जब उन्होंने अधिक जमीन की मांग की, तो आयडा (आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी) 283 एकड़ जमीन देने पर तैयार हो गई है। आइआइएम अहमदाबाद झारखंड सरकार की ओर से प्रोजेक्ट में तकनीकी व प्रबंधकीय सहायता उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अमित कुमार भी उपस्थित थे।
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15 मई तक काम होगा शुरू
कोरियाई कंपनी के प्रबंध निदेशक सुनील मिश्रा ने बताया कि सोमवार को झारखंड सरकार के साथ उनकी रांची में बैठक है। वह 12 अप्रैल को कोरिया जाएंगे, जहां कंपनी के निदेशक मंडल को वस्तुस्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद झारखंड सरकार का प्रतिनिधिमंडल कोरिया जाएगा, जहां निदेशक मंडल के साथ उनकी मुलाकात होगी। योजना के मुताबिक 15 मई तक प्लांट का काम शुरू हो जाएगा।
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जेआइएल देगी तकनीकी सहायता
आइआइएम (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट), अहमदाबाद के प्रो. पीके सिन्हा ने बताया कि झारखंड सरकार ने उनके संस्थान के साथ करार किया है, जिसके तहत रांची में 'झारखंड इनोवेशन लैब' (जेआइएल) की स्थापना की जा रही है। करीब 12 एकड़ भूखंड पर निर्माण कार्य शुरू भी हो गया है। जेआइएल का संचालन आइआइएम अहमदाबाद करेगी, जबकि लैब सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को तकनीकी व प्रबंधकीय सहायता देगी। जो भी कंपनी नया प्रोजेक्ट लेकर आएगी, जेआइएल में उसका नमूना तैयार किया जाएगा। परीक्षण करके उसे निर्माण से लेकर बाजार उपलब्ध कराने तक मार्गदर्शन दिया जाएगा।