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कोणार्क की शिल्पकला समेटे हुए है बिड़ला मंदिर

ओडिशा के कोणार्क मंदिर के मॉडल को केंद्र बिंदु में रख लौहनगरी के केबुल टाउन में बिड़ला मंदिर बन रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jun 2018 01:19 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jun 2018 01:19 PM (IST)
कोणार्क की शिल्पकला समेटे हुए है बिड़ला मंदिर
कोणार्क की शिल्पकला समेटे हुए है बिड़ला मंदिर

मनोज सिंह, जमशेदपुर : ओडिशा के कोणार्क मंदिर के मॉडल को केंद्र बिंदु में रख लौहनगरी में बनाए गए बिड़ला मंदिर का निर्माण भले ही अधूरा रह गया हो, लेकिन इसकी भव्यता आज भी बुलंदी के साथ खड़ी है। इसके निर्माण के इतिहास से शायद ही शहर का कोई पुराना व्यक्ति अनभिज्ञ हो। जब देश के प्रसिद्ध उद्योगपति बिड़ला ने जमशेदपुर के गोलमुरी में केबुल कंपनी की स्थापना की तो लगा जैसे ओडिशा के कोणार्क मंदिर की खूबसूरती शहर में भी चार चांद लगाएगी। उस समय केबुल में हजारों लोगों को नौकरी मिली। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। इसी बीच कंपनी के मालिक ने अपनी परंपरा के अनुरूप जमशेदपुर में भी अपने नाम के लिए ओल्ड केबुल टाउन में 5.5 एकड़ जमीन पर भव्य मंदिर बनाने का प्लान बनाया। ओडिशा के विश्व प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर के स्वरूप को अंगीकार कर केबुल टाउन में बिड़ला मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया गया। मंदिर के निर्माण कार्य पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। उद्योगपति बिड़ला के रिश्तेदार तापड़िया की देखरेख में भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हुआ, लेकिन जब किसी कारणवश कंपनी बंद हो गई तो 1990 में बिड़ला मंदिर का निर्माण कार्य भी बंद हो गया। मंदिर का निर्माण अधूरा रह गया। वैसे मंदिर परिसर में तबतक कई भव्य मंदिर, भव्य गेट, अंडर ग्राउंड हॉल के अलावा कई निर्माण कार्य पूरे हो चुके थे। आज मंदिर के कार्य को अधूरा छोडे़ हुए 27 साल हो गए, लेकिन इसकी भव्यता आज भी देखी जा सकती है। स्थानीय निवासी सह समाजसेवी शिव शंकर सिंह ने बीते वर्ष बिड़ला मंदिर परिसर में विशाल यज्ञ का आयोजन भी किया था। जिसमें शहर के हजारों लोग भाग लिया था। उस समय शहर में चर्चा थी कि अब अधूरे पड़े बिड़ला मंदिर का निर्माण कार्य पूरी हो जाएगी, लेकिन चर्चा धरातल पर नहीं उतर पाई। यदि इस मंदिर का निर्माण पूरा हो जाता है तो ऐसा भव्य मंदिर झारखंड-बिहार में एकलौता मंदिर होगा, जो शहर को धार्मिक व पर्यटन क्षेत्र में अलग पहचान देगा।

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बिड़ला मंदिर में हनुमान मंदिर का हुआ निर्माण

स्थानीय स्वंयसेवी संस्था केबुल ब्वॉयज क्लब की ओर से बिड़ला मंदिर परिसर में एक हनुमान मंदिर का निर्माण 2007-08 में किया गया। जिसमें मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की गई। आज केबुल टाउन बस्ती के लोग हनुमान मंदिर में पूजा पाठ करते हैं।

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मुख्यमंत्री से लगायी गुहार

स्थानीय केबुल ब्वायज क्लब का एक प्रतिनिधिमंडल समाजसेवी शिवशंकर सिंह, आरबी सिंह, अनिल ठाकुर, बिपिन झा आदि मुख्यमंत्री रघुवर दास से बिड़ला मंदिर का निर्माण पूरा कराने के लिए मिले भी थे। मुख्यमंत्री ने क्लब के लोगों को आश्वासन दिया कि मंदिर का निर्माण होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे खुद इस मामले को देखेंगे। मंदिर बनाने में जो भी बाधा आएगी उसे दूर करेंगे। अब शहरवासियों को उस दिन का इंतजार है, जब बिड़ला मंदिर अपना भव्य स्वरूप में कब लोगों के सामने आए।


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