कोल्हान में Ditwa storm का असर: बूंदाबांदी के कारण न्यूनतम तापमान अगले सप्ताह 9 डिग्री तक जाने का अनुमान
पूर्वी सिंहभूम समेत कोल्हान में मौसम बदला, बूंदाबांदी और कोहरे से ठंड बढ़ी। 'दितवा' तूफान कमजोर पड़ने से तापमान में गिरावट की आशंका है। जमशेदपुर में न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह तक पारा 10 डिग्री तक गिरने का अनुमान जताया है। ठंड से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

सोमवार को नोवामुंडी में दितवा तूफान के कारण दिनभर बूंदाबांदी होती रही। इस कारण शीतलहर का एहसास हुआ।
जागरण टीम, जमशेदपुर/चाईबासा/नोवामुंडी। पूर्वी सिंहभूम समेत पूरे कोल्हान में सोमवार को मौसम ने अचानक करवट ली। सुबह से घने बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी के साथ कोहरा छाया, जिससे लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात ‘दितवा’ के कारण दिनभर बूंदाबांदी होती रही। इस कारण हवा में नमी अधिक रहने और बादल छाए रहने से तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया।
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि दितवा तूफान अब कमजोर पड़ चुका है और मंगलवार की शाम तक इसका प्रभाव समाप्त हो जाएगा। हालांकि, बादल हटते ही तापमान में तेज गिरावट देखने को मिलेगी।
सोमवार को जमशेदपुर का न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री और अधिकतम 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को वर्षा की संभावना नहीं है, लेकिन धुंध और कोहरा जारी रहेगा।
बुधवार से तापमान में और गिरावट होगी और न्यूनतम पारा 12 डिग्री तक पहुंच सकता है। गुरुवार से तापमान 10 डिग्री तक गिरने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन पारा 10 डिग्री के आसपास रहने से ठिठुरन बढ़ेगी। ऐसे में ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें। अचानक तापमान में गिरावट से सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
चाईबासा और नोवामुंडी में ठंड से हालात बदतर
चाईबासा में दिसंबर की पहली ठंड ने दस्तक दी। धुंध और हल्की बारिश ने दिनभर ठंड का असर बढ़ाया। अधिकतम तापमान 23 डिग्री, न्यूनतम 13 डिग्री रहा।
लोग घरों से गर्म कपड़े पहनकर ही निकले। स्कूल से लौटते समय छोटे बच्चों को ठंड से परेशानी हुई और माता-पिता उन्हें तौलिये में लपेटकर घर ले गए।
नोवामुंडी में दितवा तूफान का असर तेज रहा। रविवार रात से हो रही बूंदाबांदी और तेज शीतलहर ने जनजीवन प्रभावित किया। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अलाव की कोई व्यवस्थित सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई।
जिला सामाजिक सुरक्षा विभाग ने 41 हजार कंबल वितरण के लिए टेंडर निकाला है, लेकिन अब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। कंबल गरीबों तक जनवरी 2026 में ही पहुंच पाएंगे, जिससे ठंड में राहत मिलने में देरी होगी।
जिला कृषि पदाधिकारी अमरजीत कुजूर ने बताया कि हल्की वर्षा से फसलों को नुकसान नहीं होगा। खलिहान में रखे धान और अन्य फसलें सुरक्षित रहेंगी। हल्की बूंदाबांदी से खेतों में पानी जमा नहीं होगा, इसलिए किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
ठंड से बचने के लिए सावधानियां बरतें
- सुबह-शाम घर से निकलते समय गर्म कपड़े पहनें।
- बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से पूरी तरह ढककर रखें।
- अदरक-तुलसी वाली चाय, गर्म पानी और पौष्टिक आहार लें।
- धुंध के कारण दृश्यता कम होती है, इसलिए वाहन चलाते समय लो-बिम हेडलाइट का उपयोग करें।
- सुबह टहलने वाले लोग ज्यादा ठंडी हवा में जाने से बचें।
अगले छह दिनों का संभावित तापमान
तिथि न्यूनतम (°C) अधिकतम (°C)
- 2 दिसंबर 14.0 27.0
- 3 दिसंबर 12.0 28.0
- 4 दिसंबर 10.0 27.0
- 5 दिसंबर 10.0 26.0
- 6 दिसंबर 10.0 26.0
- 7 दिसंबर 10.0 27.0

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।