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    घाटशिला में क्यों हुई झामुमो की जीत? मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में किया खुलासा

    By Mohammad EkhlaqueEdited By: Piyush Pandey
    Updated: Sun, 16 Nov 2025 03:00 PM (IST)

    झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने युवा नेता सोमेश चंद्र सोरेन को बधाई दी और इस जीत को पार्टी के कार्यों का परिणाम बताया। उन्होंने झामुमो कार्यकर्ताओं और घाटशिला की जनता का आभार व्यक्त किया।

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    हेमंत सोरेन ने दी बधाई। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में महत्वपूर्ण जीत मिली है। पार्टी के युवा और उभरते नेता सोमेश चंद्र सोरेन ने यह चुनाव जीतकर न केवल संगठन को मजबूती दी है, बल्कि घाटशिला की जनता का विश्वास भी एक बार फिर अपने पक्ष में किया है।

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    इस जीत पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए सोमेश चंद्र सोरेन को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह विजय झामुमो परिवार द्वारा राज्य के हर वर्ग के लिए किए गए कार्यों का परिणाम है।

    हेमंत सोरेन ने घाटशिला विधानसभा क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि झामुमो के कर्मठ सिपाहियों ने लगातार मेहनत की है, जिसके कारण आज यह जीत संभव हो पाई है।

    रांची पहुंचे घाटशिला के झामुमो कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के सिद्धांतों और संघर्षशील इतिहास ने हमेशा जनता का भरोसा जीता है।

    हेमंत सोरेन ने अपनी पोस्ट में दिशोम गुरु शिबू सोरेन के विचारों और आदर्शों को याद करते हुए कहा कि उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही झारखंड की प्रगति का रास्ता है। साथ ही उन्होंने स्वर्गीय रामदास सोरेन को भी नमन करते हुए कहा कि उनके सपनों को पूरा करना झामुमो परिवार की जिम्मेदारी है।

    उन्होंने यह भी कहा कि घाटशिला विधानसभा के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करना प्राथमिकता होगी। क्षेत्र को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने के लिए झामुमो प्रतिबद्ध है।

    पोस्ट के अंत में हेमंत सोरेन ने पारंपरिक नारे आक् सार दो ओकोया, आबुवा आबुवा के साथ झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को पुनः रेखांकित किया और दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें, रामदास दा अमर रहें तथा जय झारखंड के उद्घोष के साथ अपने संदेश को समाप्त किया।