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    Jharkhand News: झारखंड के युवा हो जाएं तैयार! इन शिक्षकों की होगी बहाली, हेमंत सरकार ने दे दी खुशखबरी

    Updated: Tue, 13 May 2025 05:22 PM (IST)

    Jharkhand News झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर ओलचिकी शिक्षकों की बहाली की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द ही 10000 शिक्षकों की नियुक्ति होगी। घाटशिला में ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनकर तैयार है जिसमें आयुर्वेद विभाग भी शुरू किया जाएगा। मंत्री ने सारना धर्म कोड को मान्यता देने की भी मांग की।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सहयोगी, चांडिल। चांडिल प्रखंड के रामगढ़ में सोमवार को पंडित रघुनाथ मुर्मू की 120वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन शामिल हुए।

    उन्होंने कांदरबेड़ा स्थित पं. रघुनाथ मुर्मू चौक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ओल इतुन आसड़ा रामगढ़ व सत्यनारायण सोशियो इकोनामिक एंड रिसर्च सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री सोरेन ने कहा कि पं. रघुनाथ मुर्मू ने संताल समाज को उसकी पहचान दिलाने के लिए ओलचिकी लिपि का आविष्कार किया।

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    उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि को देखते हुए राज्य सरकार ने ओलचिकी शिक्षकों की बहाली का निर्णय लिया है। साथ ही राज्य में 10 हजार शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी।

    इसके लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं और प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मंत्री ने बताया कि देश का दूसरा ट्राइबल यूनिवर्सिटी झारखंड के घाटशिला में बनकर तैयार हो गया है।

    इसमें 29 विभागों की स्थापना की गई है, जिसमें कुलपति, प्रोफेसर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तक के पद सृजित किए गए हैं।

    झारखंड के जंगलों में पाए जाने वाले औषधीय पौधों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में एक विशेष आयुर्वेदिक विभाग भी शुरू किया गया है, जहां छात्र आयुर्वेद पर शोध कर सकेंगे।

    रामदास सोरेन ने कहा कि संताल समाज के बच्चों को सीओ, बीडीओ, डीसी और सचिवालय तक पहुंचना होगा, तभी झारखंड का समग्र विकास संभव है।

    राज्य सरकार आदिवासी और मूलवासी बच्चों के लिए कई योजनाएं चला रही है, ताकि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें।

    सारना कोड को मान्यता के बाद हो जातीय जनगणना

    मंत्री  सोरेन ने केंद्र सरकार से मांग की कि सबसे पहले सारना धर्म कोड को मान्यता दी जाए, उसके बाद ही जातीय जनगणना कराई जाए।

    उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति को मानता है और सारना धर्म का अनुयायी है। केंद्र सरकार उन पर जबरन हिंदू धर्म थोपना चाहती है, जो गलत है।

    संताली टैलेंट सर्च के विजेताओं को किया सम्मानित

    कार्यक्रम में चार मई को आयोजित संताली टैलेंट सर्च परीक्षा के विजेताओं को सम्मानित किया गया। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले श्याम चरण हेम्ब्रम को साइकिल, द्वितीय स्थान के विजेता लखन हेम्ब्रम को लैपटॉप और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विक्रम मुर्मू को साइकिल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

    मंच संचालन ओल इंडिया राइटर एसोसिएशन झारखंड के अध्यक्ष रजनीकांत मांडी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में बद्रीनाथ टुडू, बद्रीनाथ मार्डी, निताई मडल, लखीराम हेम्ब्रम, संतोष हेम्ब्रम और विष्णु किस्कु का सराहनीय योगदान रहा।

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