जमशेदपुर से बांकुड़ा तक बनेगा नया Industrial coridor, कोल्हान में सड़कों का जाल बिछेगा, स्वर्णरेखा पर बनेगा नया पुल, ओडिशा जाना होगा आसान
जमशेदपुर से बांकुड़ा तक नया औद्योगिक गलियारा बनेगा, जिससे कनेक्टिविटी सुधरेगी। सांसद बिद्युत बरण महतो ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर सड़कों क ...और पढ़ें

नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से बात करते सांसद बिद्युत बरण महतो।
जासं, जमशेदपुर। लौहनगरी जमशेदपुर की कनेक्टिविटी को लेकर एक बड़े बदलाव की पटकथा तैयार हो गई है। आने वाले दिनों में जमशेदपुर से पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा तक का सफर न केवल सुहाना होगा, बल्कि यह एक नए इंडस्ट्रियल कारिडोर के रूप में विकसित होगा।
जमशेदपुर सांसद बिद्युत बरण महतो ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर क्षेत्र की सड़कों की दशा और दिशा बदलने का खाका उनके सामने रखा। केंद्रीय मंत्री ने सांसद के प्रस्तावों पर अपनी सहमति दी।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने तत्काल प्रभाव से डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने का निर्देश दिया है। इस मुलाकात के बाद कोल्हान में सड़कों का जाल बिछने का रास्ता साफ हो गया है।
टाटा से दुर्गापुर स्टील सिटी की सीधी कनेक्टिविटी
सांसद महतो ने सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में जमशेदपुर के पारडीह काली मंदिर से बांकुड़ा तक नई सड़क का प्रस्ताव रखा। यह मार्ग पारडीह से शुरू होकर पटमदा, काटिन, पश्चिम बंगाल के बंधवान और झिलमिली होते हुए बांकुड़ा तक जाएगा।
इस सड़क के बनने से जमशेदपुर के टाटा स्टील और पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्टील प्लांट के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। यह मार्ग दोनों औद्योगिक शहरों के बीच एक सीधी और सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे माल ढुलाई और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
खनन क्षेत्र को मिलेगी रफ्तार, मुंबई चौक तक विस्तार
दूसरी बड़ी परियोजना के तहत एनएच-220 का विस्तार किया जाएगा। वर्तमान में चाईबासा से हाता तक बनी इस सड़क को अब आगे बढ़ाकर ओडिशा सीमा तक ले जाने की योजना है।
सांसद ने बताया कि यह सड़क अब हाता से आगे जादूगोड़ा, मुसाबनी और गुड़ाबांदा होते हुए ओडिशा के बाम्बे (बंबई) चौक तक जाएगी। (इस सड़क के बनने से न केवल खनन गतिविधियों को बल मिलेगा, बल्कि झारखंड और ओडिशा के बीच परिवहन नेटवर्क भी एनएच-18 के माध्यम से और मजबूत हो जाएगा।
सीआरआईएफ से संवरेंगी ग्रामीण और अंतरराज्यीय सड़कें
सांसद ने सेंट्रल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (सीआरआइएफ) के तहत पांच प्रमुख सड़कों और पुलों के निर्माण का प्रस्ताव भी रखा, जिसे मंत्री ने गंभीरता से लिया। इसके तहत पूर्वी सिंहभूम जिले के कालियाडिंगा से चित्रेश्वर, रांगुनिया, कुम्हारडुबी होते हुए पश्चिम बंगाल सीमा स्थित जगन्नाथपुर तक पक्की सड़क बनेगी।
इसी तरह एनएच-18 महेशपुर से ज्योति पहाड़ी पुलिया, जामबनी, आंगारपाडा और आदिवासी टोला होते हुए माकडी, बालीजुड़ी से ओडिशा सीमा तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव है। पटमदा प्रखंड में भी कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बेलटांड चौक से कुलटांड, चुडदा, बांसगढ़ होते हुए लछीपुर और मुकरुडीह (पश्चिम बंगाल सीमा) तक पथ निर्माण किया जाएगा।
इसके अलावा धालभूमगढ़-नरसिंहगढ़ रेलवे फाटक से भैरवपुर, छोड़िया, छब्बीसा, धड़ासाई होते हुए मुसाबनी-डुमरिया मुख्य पथ तक सड़क बनाकर ओडिशा सीमा को जोड़ा जाएगा।
स्वर्णरेखा नदी पर बनेगा नया पुल
ओडिशा और झारखंड के बीच संपर्कों को और बेहतर बनाने के लिए बामडोल घाट पर सुवर्णरेखा नदी के ऊपर एक बड़े पुल का निर्माण किया जाएगा। इस पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि पुल निर्माण के लिए राज्य सरकार से प्राक्कलन और प्रस्ताव मंगाया जाए, जिसके बाद केंद्र इसे मंजूरी देगा।
हादसों को रोकने के लिए बनेंगे अंडरपास
एनएच पर हो रही लगातार दुर्घटनाओं को लेकर भी सांसद ने चिंता जताई। उन्होंने घाटशिला के फूलडुंगरी चौक पर अत्यधिक ट्रैफिक और हादसों का हवाला देते हुए वहां अंडरपास निर्माण में तेजी लाने की मांग की।
हालांकि इसकी निविदा हो चुकी है, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है। इसके अलावा बहरागोड़ा के पीडब्ल्यूडी चौक (ओम होटल क्रासिंग) पर भी अंडरपास की मांग की गई है, क्योंकि यहां बस पड़ाव होने के कारण यात्रियों की जान जोखिम में रहती है।
बहरागोड़ा के ही खान्दामौदा में स्कूल-कालेज होने के कारण छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए फुट ओवरब्रिज या अंडरपास बनाने पर सहमति बनी है। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि फूलडुंगरी और कालियाडिंगा चौक पर चल रहे कार्यों की गति बढ़ाई जाए और खांदामौदा में फुट ओवरब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए।

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