नालंदा में जमशेदपुर के 4 युवक गिरफ्तार: AK-47 की गोलियों समेत हथियारों का जखीरा बरामद, मुंगेर के सेफ हाउस से चल रहा था सिंडिकेट
बिहार के नालंदा में पुलिस और एसटीएफ ने जमशेदपुर के चार युवकों को हथियारों के जखीरे और एके-47 के कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया है। वे बिहार और झारखंड क ...और पढ़ें

गिरफ्तार आरोपित मानगो, साकची और कदमा के रहने वाले। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। बिहार के नालंदा में पुलिस और एसटीएफ ने एक बड़े संयुक्त ऑपरेशन के दौरान अंतरराज्यीय हथियार तस्करी गिरोह की कमर तोड़ दी है। इस बड़ी कार्रवाई के दौरान जमशेदपुर के चार युवकों को हथियारों के भारी जखीरे और एके-47 के कारतूसों के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
लहेरी थाना क्षेत्र में हुई इस छापेमारी के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि यह गिरोह बिहार और झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में लंबे समय से अवैध हथियारों की सप्लाई चेन चला रहा था। पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है जिसने सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े कर दिए हैं।
किराये के फ्लैट को बनाया था हथियारों का सुरक्षित अड्डा
जांच में यह बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि आरोपियों ने बिहारशरीफ के सोहन कुआं मोहल्ले में एक फ्लैट किराये पर ले रखा था। इस फ्लैट का इस्तेमाल हथियारों की खरीद-बिक्री और डिलीवरी के लिए एक गुप्त ठिकाने यानी सेफ हाउस के रूप में किया जा रहा था।
गिरोह का सदस्य सौरभ झा, जो मूल रूप से मुंगेर का रहने वाला है, इस पूरे खेल में अहम कड़ी साबित हुआ है। उसने ही स्थानीय अपराधियों और जमशेदपुर से आने वाले तस्करों के बीच संपर्क सूत्र का काम किया ताकि हथियारों की डिलीवरी को सुरक्षित अंजाम दिया जा सके।
चाइना मेड पिस्टल और एके-47 के कारतूस बरामद
पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान जो जखीरा बरामद किया है उसमें पांच पिस्टल और छह मैगजीन शामिल हैं। हैरानी की बात यह है कि इन पिस्टलों पर चाइना मेड लिखा हुआ है जिससे इसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की भी आशंका जताई जा रही है।
इसके साथ ही पुलिस ने एके-47 राइफल के 153 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं जो किसी बड़ी आपराधिक घटना की योजना की ओर इशारा करते हैं। आरोपियों के पास से नौ मोबाइल फोन, नकद राशि और एक स्कॉर्पियो भी जब्त की गई है जिसका पंजीकरण जमशेदपुर के ही किसी अपराधी के नाम पर होने की बात सामने आई है।
जमीन कारोबार की आड़ में चल रहा था तस्करी का खेल
गिरफ्तार अपराधियों में बिहारशरीफ का परवेज आलम मुख्य सरगना बताया जा रहा है जिसका पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। जमशेदपुर के मानगो, कदमा और साकची इलाकों से ताल्लुक रखने वाले ये युवक खुद को जमीन के कारोबारी बताते थे।
जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे की आड़ में ये अपराधी हथियारों की खेप एक राज्य से दूसरे राज्य में पहुंचाते थे ताकि पुलिस को उन पर शक न हो। फिलहाल पुलिस और एसटीएफ की टीम इन सभी से कड़ाई से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन हथियारों का इस्तेमाल कहां होना था और इस सिंडिकेट में और कितने रसूखदार लोग शामिल हैं।
बरामद सामानों की सूची
- पिस्टल: 5 घातक पिस्टल (जिन पर 'चाइना मेड' लिखा है)।
- कारतूस: AK-47 राइफल के 153 जिंदा कारतूस।
- मैगजीन: 6 अतिरिक्त मैगजीन।
- अन्य: 9 मोबाइल फोन, 24 हजार नगद और एक स्कॉर्पियो कार।
जमशेदपुर के इस एरिया के युवक
पकड़े गए आरोपियों में बिहारशरीफ का मुख्य सरगना परवेज शामिल है, लेकिन गिरोह के बाकी सदस्य जमशेदपुर के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं।
- सौरभ झा (कदमा, उलियान - मूल निवासी मुंगेर)
- जियार जई (मानगो, आजादनगर)
- मो. महबूब उर्फ टिंकू (मानगो, आजादनगर)
- जाहिद हुसैन (साकची)

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