स्वच्छ सर्वेक्षण में जमशेदपुर ने लहराया परचम, हासिल किया तीसरा स्थान
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में जमशेदपुर ने राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त कर झारखंड का गौरव बढ़ाया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में झारखंड सरकार के प्रतिनिधियों को पुरस्कार दिया। पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने इस सफलता को नागरिकों और प्रशासन के प्रयासों का फल बताया। मानगो नगर परिषद ने भी 73वां स्थान प्राप्त किया। जमशेदपुर ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण से स्वच्छता में सुधार किया।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में झारखंड ने स्वच्छता के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर देशभर में अपनी छाप छोड़ी। 3 से 10 लाख आबादी वाली श्रेणी में जमशेदपुर ने 7500 में से 5560 अंकों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल किया और 5-स्टार गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) रेटिंग प्राप्त की।
इस उपलब्धि पर मुहर तब लगी, जब गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड सरकार के प्रतिनिधियों को पुरस्कार प्रदान किया।
अपर नगर आयुक्त ने ग्रहण किया पुरस्कार
इस समारोह में प्रधान सचिव (नगर विकास एवं आवास विभाग) सुनील कुमार, सुडा निदेशक सूरज कुमार और जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी (जेएनएसी) के अपर नगर आयुक्त कृष्ण कुमार ने पुरस्कार ग्रहण किया।
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सम्मान जमशेदपुर के प्रत्येक नागरिक, सफाईकर्मी और नगर प्रशासन के अथक प्रयासों का परिणाम है।
झारखंड ने राष्ट्रीय स्तर बनाई अपनी पहचान
उन्होंने कहा कि यह गर्व का क्षण है कि झारखंड ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। हमें स्वच्छता को अपनी जीवनशैली बनाना होगा। उन्होंने शहरवासियों से इस भावना को बनाए रखने की अपील की।
मानगो नगर परिषद ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 4860 अंकों के साथ देशभर में 73वां स्थान हासिल किया, जो झारखंड में जमशेदपुर के बाद दूसरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मानगो ने ‘स्वच्छ मोहल्ला, स्वस्थ मोहल्ला’ अभियान, बाल समितियों और डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण जैसे नवाचारों से स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाया। रांची जिले के बुंडू को स्वच्छता में नवाचार और जन भागीदारी के लिए ‘प्रामिसिंग स्वच्छ शहर’ का खिताब मिला।
जमशेदपुर ने शत प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, स्रोत पर कचरा पृथक्करण, सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध और ‘माय सिटी माय प्राइड’ अभियान के जरिए स्वच्छता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। टाटा स्टील यूआइएसएल और जेएनएसी के समन्वय ने शहर को स्वच्छता का मॉडल बनाया।
10 लाख से अधिक आबादी वाली श्रेणी में इंदौर ने 7146 अंकों के साथ पहला स्थान, सूरत ने 7025 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। एक लाख से कम आबादी में पंचगनी (6396 अंक) पहले, पाटन (6239 अंक) दूसरे और करहद (6213 अंक) तीसरे स्थान पर रहे। कैंटोनमेंट बोर्ड में अहमदाबाद कैंट ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
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