Fraud in jamshedpur: जमशेदपुर के चार थानों की पुलिस जिसे खोज रही थी वह चढ़ा हत्थे, उसने इस तरह से कर ली थी दो करोड़ की ठगी
Fraud in jamshedpur आरोपी आनंद राव बिरसानगर के आवासन फ्लैट निवासी है। उसके विरुद्ध बिरसानगर थाना में आईआईएफएल कंपनी के सिक्यूरिटी मैनेजर की शिकायत पर धोखाधड़ी केस हुआ था। आरोपी कंपनी की कागजात फर्जी रूप से तैयार कर लोगों से वह कंपनी के नाम पर रुपये जमा करा रहा था।

जमशेदपुर, जासं: जमशेदपुर बिरसानगर थाना की पुलिस ने दो करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोपित आनंद राव को गिरफ्तार किया है और उसके पास से आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड के मनी रसीद जो अलग-अलग नामों से है। उसकी बरामदगी की गई है जो 1 करोड़ 49 लाख के है।
आरोपित की तलाश साकची, गोविंदपुर और बिष्टुपुर थाना की पुलिस को भी थी। आनंद राव बिरसानगर के आवासन फ्लैट का निवासी है। उसके विरुद्ध बिरसानगर थाना में आईआईएफएल कंपनी के सिक्यूरिटी मैनेजर रितेश प्रकाश की शिकायत पर धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोपित पर आरोप है कि आईआईएफएल कंपनी का उसने 2013 में फेनचाइजी लिया था। बाद में उसकी फेनचाइजी 2021 में रद्द कर दी गई थी। बावजूद कंपनी की कागजात फर्जी रूप से तैयार कर लोगों से वह कंपनी के नाम पर रुपये जमा करा रहा था। ठगी की जा रही थी। शिकायत के बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ एम तमिल वणन ने सोमवार को पत्रकारों को दी। बताया आरोपित के विरुद्ध साकची में दो, गोविंदपुर और बिष्टुपुर थाना में एक-एक प्राथमिकी दर्ज है। करीब दो से ढाई करोड़ की ठगी का मामला है।
एसएसपी ने बताया आरोपित विदेश भागने की तैयारी था, लेकिन सफल नहीं हो पाया। अप्रैल से ही आरोपित की तलाश चल रही थी।
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क्या है मामला
आइआइएफएल सिक्योरिटीज स्टाक इंडस्ट्री के प्रमुख फाइनेंसियल सर्विस प्रोवाइडर में से एक है जो ब्रोकरेज फर्म है। कंपनी केवल भारत में नही बल्कि दुबई, अमेरिका, इंग्लैंड समेत कई देशों में है। कंपनी में निवेश डीमैट खाता, इक्विटी निवेश, म्यूच्यूअल फंड, फिक्सड डिपोजिट, लोन समेत अन्य सेवा में कार्यरत है। कंपनी का फेनचाइजी जमशेदपुर के बिरसानगर निवासी आनंद राव ने 2013 से ले रखा था। उसके माध्यम से कई ग्राहकों ने म्यूच्यूअल फंड मेंं निवेश किया था। कंपनी ने कुछ शिकायत मिलने के बाद 2021 में उसकी फेंचाइजी रद्द कर दी थी। बावजूद वह कंपनी के नाम से दस्तावेज बनाकर ग्राहकों से निवेश करवाता रहा और समय पूरी होने पर ग्राहकों के रुपये की वापसी करने में आनाकानी करता रहा। ब्याज भुगतान भी नहीं किया तो कुछ ग्राहकों ने इसकी शिकायत अलग-अलग थानों में की। कंपनी के पदाधिकार को भी जानकारी हुई। बिरसानगर थाना में कंपनी के पदाधिकारी ने शिकायत दी थी। आरोपित पकड़ा गया।

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