Jamshedpur News: एक दशक का इंतजार खत्म, मंगलवार को रांची-टाटा राजमार्ग के दो सेक्शन का उद्घाटन करेंगे पीएम
Jamshedpur News रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन ने 30 जून को दूसरे सेक्शन में एनएच-33 चौका-शहरबेड़ा के बीच 16.05 किलोमीटर फोरलेन रोड का निर्माण पूरा किया है। इस सेक्शन में फोरलेन बनाने के लिए 284.7 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

जमशेदपुर, जासं। देर से ही सही, एक दशक के लंबे इंतजार के बाद अधिकृत तौर पर रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 33 का उद्घाटन हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस राजमार्ग के दो सेक्शन का मंगलवार को उद्घाटन करेंगे। इस फोरलेन प्रोजेक्ट के चार सेक्शन में से दो सेक्शन के 93.05 किलोमीटर का काम पूरा कर लिया गया है। इस पर 803.9 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। साल 2019 में रांची रामपुर-चौका के बीच 77 किलोमीटर लंबे फोरलेन सड़क का निर्माण शुरू कराया गया था। एनएचएआई ने इस सड़क में एक अंडरपास भी बनवाया है। एनएचएआई ने इस सेक्शन में फोरलेन बनाने में 519.2 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एएस कपूर ने बताया कि रांची से शहरबेरा तक की सड़क व्यवसायिक उपयोग के लिए पूरी तरह तैयार है। शहरबेरा से महुलिया तक की सड़क सितंबर तक तैयार हो जाएगा। वर्ष 2013 में एनएचएआई ने रांची से टाटा तक सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू किया था, जिसे 2020 तक पूरा होना था। इसपर 1479 करोड़ रुपए खर्च होना था। रांची से शहरबेरा तक 803.9 करोड़ रुपए खर्च हो गए हैं, जबकि शहरबेरा से महुलिया तक के निर्माण में 462 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बाकी बची राशि से पारडीह व डिमना चौक के बीच डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। एएस कपूर ने बताया कि जमशेदपुर में फ्लाईओवर का काम प्रगति पर है। टोल प्लाजा का व्यावसायिक उपयोग करने का मुद्दा अलग है।
दूसरे सेक्शन का काम 30 जून को हुआ है पूरा
रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन ने 30 जून को दूसरे सेक्शन में एनएच-33 चौका-शहरबेड़ा के बीच 16.05 किलोमीटर फोरलेन रोड का निर्माण पूरा किया है। इस सेक्शन में फोरलेन बनाने के लिए 284.7 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। वैसे रांची-बहरगोड़ा एनएच-33 फोरलेन चार हिस्सों में से दो हिस्से रोड का निर्माण अलग-अलग कारणों से अब तक नहीं हो सका है।
10.02 किमी डबल डेकर लंबा फ्लाईओवर बनेगा
रांची बाइपास निर्माण और जमशेदपुर में 10.02 किलोमीटर डबल डेकर फ्लाईओवर भी बनाया जाना है। मंत्रालय द्वारा इसके निर्माण की मंजूरी मिल चुकी है। तमाम कागजी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गईं हैं। बता दें, झारखंड-बंगाल-ओडिशा की लाइफलाइन वाले इस एनएच-33 रांची-बहरागोड़ा फोरलेन रोड का काम 10-12 साल से विभिन्न कारणों से लंबित पड़ा है। एक एजेंसी ने इसके काम की शुरुआत की थी पर यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं कर सकी।
शेष कार्यों को जल्द कराया जाएगा पूरा
इस एनएच का पूरा काम होने में अभी थोड़ा समय लगेगा। शेष कार्यों बहुत जल्द ही पूरा कराया जाएगा। एनएचएआइ के अधिकारियों का कहना है कि, फिनिशिंग का काम बचा है। सड़क के लोकार्पण के बाद इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त यातायात सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी कुछ कार्य किए जाने हैं। उन्हें एक हफ्ते में पूरा करा लिया जाना है।
राष्ट्रीय राजमार्ग में टाटा एग्रीटो का हुआ प्रयोग
सहरबेरा-जमशेदपुर-महुलिया तक के निर्माण में करीब एक मिलियन टन से अधिक स्लग आधारित एग्रिगेट्स का उपयोग किया गया है। एक हिस्से के 44.2 किलोमीटर की सड़क स्टील स्लैग से बनाई गया है। इसके निर्माण में टाटा स्टील के बाय प्रोडक्ट टाटा एग्रीटो का इस्तेमाल किया गया है। इसके उपयोग से स्टोन का उपयोग नहीं होता है। टाटा स्टील के स्लैग का प्रयोग करने से रोड की मोटाई 30 फीसदी घटाने में सफलता मिली है। टाटा एग्रीटो देश का पहला स्टील स्लैग आधारित ब्रांडेड उत्पाद है, जिसका व्यापक रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में उपयोग किया जाता है।

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