Jamshedpur News : यूसीआईएल को दस दिन का अल्टीमेटम, नहीं तो हुड़का जाम करने की चेतावनी..जानें पूरा मामला
Jamshedpur News कर्मचारियों ने कहा- अगर अगले दस दिन में कोई ठोस पहल प्रबंधन नहीं करता है तो हमलोग भूख हड़ताल व यूसिल का हुड़का जाम करेंगे। प्रबंधन को इनलोगों को नौकरी देना ही होगा। यूसिल के चारों यूनियन सभी विफल है।

जादूगोड़ा(जमशेदपुर) : यूसीआईएल एम्पलॉय एसोसिएशन जादूगोड़ा के सदस्य यूसिल में अपने नियोजन की मांग को लेकर पिछले 1 मार्च से 24 मार्च तक धरने पर बैठे थे। जिसे त्रिपक्षीय वार्ता के बाद तत्काल यूसिल के मुंबई में होने वाले बोर्ड मीटिंग का फैसला आने तक मंच के सदस्यों ने प्रबंधन और प्रशासन की बातों को मान कर धरना को समाप्त कर दिया था। इसी आलोक में प्रबंधन के साथ गुरुवार को एक बैठक किया गया। बैठक में प्रबंधन कि ओर से राकेश कुमार, एम्प्लॉय एसोसिएशन कमेटी के संरक्षक, पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा, अध्यक्ष श्रवण गोप, सिसिर मार्डी, सलमा हांसदा मौजूद रहे।
बैठक के बाद सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि प्रबंधन ने दस दिन का समय लिया है। इन लोगों की मांग जायज है। हम इसलिए इनकी लड़ाई लड़ने के लिए आए है। प्रबंधन ने 28 मार्च को होने वाले बोर्ड मीटिंग में इनकी बातों को रख के आने वाले निर्णय को कमेटी के समक्ष साझा करने का हवाला देकर धरना खत्म करवाया था। पर आज तीन महीने होने को है कोई पहल प्रबंधन की तरफ से नही किया गया हैं। इससे नाराज सभी ने कहा कि अगर अगले दस दिन में कोई ठोस पहल प्रबंधन नहीं करता है तो हमलोग भूख हड़ताल व यूसिल का हुड़का जाम करेंगे। प्रबंधन को इनलोगों को नौकरी देना ही होगा। यूसिल के चारों यूनियन सभी विफल है। इनके कर्मचारियों के बच्चों की लड़ाई लड़नी चाहिए। मौके पर श्रवण गोप, जादू हो, श्याम माझी, सिसरी मार्डी,उदय माझी, किशन दास, राम सोरेन, किशन बास्के, गोविंदा महाली समेत अन्य लोग मौजूद थे।
क्या है पूरा मामला
कर्मचारियों के सदस्यों ने बताया कि 2016 में यूसिल प्रबंधन ने कर्मचारियों से वीआरएस के लिए आवेदन मांगा था। जिसके बाद करीब 120 यूसिल के कर्मचारियों ने सर्कुलर के अनुरूप आवेदन दिया। यूसिल प्रबंधन द्वारा इन सभी कर्मचारियों का मेडिकल यूसिल अस्पताल में करवाने के बाद सभी को अनफिट किया गया। उसके बाद सभी कर्मचारियों के पुत्रों का भी मेडिकल यूसिल अस्पताल में करवाया गया। जहां इनको फिट कर दिया गया। इनका ज्वाइनिंग होना ही था कि अचानक से जादूगोड़ा माइंस बंद हो गई। इनको प्रबंधन की ओर से कहा गया कि कारखाना खुलने के बाद आपलोगों को ले लिया जाएगा। जब कारखाना खूला तो यूसिल सीएमडी सीके अस्नानी के कहने पर 2019 में नया वीआरएस के लिए एक नया सर्कुलर निकाला गया। जिसमें अब सात प्रकार के गंभीर बीमारी होने के बाद ही वीआरएस देने की बात कहीं गई। इस पेच में इनका ज्वाइनिंग नहीं हो पाया। प्रबंधन के द्वारा अब इन्हें ज्वाइनिंग से मना किया जा रहा है। जिसका विरोध मंच के सदस्य कर रहे है। वहीं 120 में से 13 लोगो का ज्वाइनिंग भी हो गया। जबरन प्रबंधन ने बाकि बचे 107 कर्मचारियों को प्रबंधन ने फिर से यूसिल अस्पताल में मेडिकल करवा के उन्हें फिर से काम पर बूला लिया। 107 लोगों का प्रमोशन भी रोक दिया गया हैं।
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