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    Tata Steel के कर्मचारी पीएफ से पैसे निकाल खरीद रहे मोबाइल व कार...एमडी ने जताई चिंता, कही ये बात

    By Sanam SinghEdited By:
    Updated: Fri, 24 Jun 2022 03:14 PM (IST)

    Tata Steel Jamshedpur News पिछले एक वर्ष में पीएफ मद से कर्मचारियों द्वारा लिए जा रहे ऋण की समीक्षा की गई। टीवी नरेंद्रन ने पीएफ कमेटी के सदस्यों से कहा कि एनआरडब्ल्यू में ऋण लेने वालों की काउंसलिंग करें।

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    Jamshedpur News : एक वर्ष में नान रिफंडेबल विड्रोल के जो आंकड़े हैं, वे बेहद चिंताजनक है।

    जमशेदपुर : टाटा स्टील में कार्यरत न्यू सीरीज ग्रेड (एनएस) ग्रेड के कर्मचारी मोबाइल व कार खरीदने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (पीएफ) से नान रिफंडेबल विड्रोल (एनआरडब्ल्यू) ऋण ले रहे हैं। एक वर्ष में नान रिफंडेबल विड्रोल के जो आंकड़े हैं, वे बेहद चिंताजनक है।

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    टाटा स्टील, पीएफ कमेटी की बैठक बुधवार को हुई जिसमें संबोधित करते हुए टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी ने ये बातें कहीं। बैठक के दौरान पिछले एक वर्ष में पीएफ मद से कर्मचारियों द्वारा लिए जा रहे ऋण की समीक्षा की गई। टाटा स्टील की 115वीं वार्षिक आमसभा से पहले आयोजित इस आनलाइन बैठक को संबोधित करते हुए टीवी नरेंद्रन ने पीएफ कमेटी के सदस्यों से कहा कि एनआरडब्ल्यू में ऋण लेने वालों की काउंसलिंग करें। उन्हें समझाएं कि पीएफ का पैसा उनके सुरक्षित भविष्य के लिए है। इससे पैसा निकालने से उन्हें भविष्य में काफी नुकसान हो सकता है। टाटा स्टील में कार्यरत सभी स्टील वेज व न्यू सीरीज के कर्मचारियों को उनके बेसिक-डीए का 12 प्रतिशत अंशदान पीएफ में जाता है जबकि इतना ही अंशदान कंपनी प्रबंधन भी देती है। जमा होने वाली पूरी राशि में कर्मचारियों को चक्रवृद्धि ब्याज भी मिलता है। लेकिन कर्मचारी अपने जमा अंशदान का 90 प्रतिशत पैसा निकाल ले रहे हैं। बैठक में टाटा स्टील के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सह चीफ फाइनांशियल आफिसर कौशिक चटर्जी सहित पीएफ कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।

    कोविड 19 के बाद ऋण लेने वालों की संख्या बढ़ी

    बैठक में पीएफ कमेटी के सदस्यों ने बताया कि कोविड 19 के कारण पिछले दो वर्षों तक विवाह, मकान निर्माण सहित अन्य आयोजनों पर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा रोक थी। लेकिन कोविड 19 के नियमों में छूट मिलने के बाद अधिकतर कर्मचारी अपने बेटा-बेटी की शादी के अलावा बच्चों की पढ़ाई व मेडिकल के लिए रिफंडेबल व नान रिफंडेबल ऋण ले रहे हैं। कोविड 19 के बाद ऋण लेने वाले कर्मचारियों का प्रचलन बढ़ गया है। हालांकि रिफंडेबल लोन में कर्मचारी छह माह में ऋण को चुकाते हैं जबकि नान रिफंडेबल लेकर अपनी पीएफ की राशि को कम कर रहे हैं। पुराने कर्मचारियों को इसके लिए ज्यादा समझाने की जरूरत नहीं है लेकिन एनएस ग्रेड के कर्मचारी काउंसलिंग के बावजूद ऋण ले रहे हैं।