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    Jamshedpur News: कलयुगी बेटे ने धोखे से बेच दिया घर, फुटपाथ पर मां-बाप ने गुजारी रात, लेकिन आज भी बेटे की सलामती के लिए दुआ मांगती है मां

    By Madhukar KumarEdited By:
    Updated: Mon, 09 May 2022 11:07 AM (IST)

    Jamshedpur News मां-बाप ने बेटे को पढ़ाया-लिखाया. इस काबिल बनाया कि वो आज एक सरकारी कर्मचारी है लेकिन बेटे ने मां-बाप के साथ ऐसा किया कि आज वो वृद्धाश्र्म में रहने को मजबूर हैं लेकिन मां आज भी अपने बेटे की सलामती के लिए दुआ मांगती है।

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    Jamshedpur News: बेटे ने धोखे से बेच दी सारी संपत्ति।

    जमशेदपुर, जासं। एक कलयुगी बेटे ने जुगसलाई बंगाली पाड़ा निवासी जयंत गुहा व ईरा गुहा का फ्लैट बेच दिया। रिटायरमेंट के बाद मिले पैसे को अपने बैंक में ट्रांसफर करा लिया। अब पति-पत्नी, दोनों वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर है लेकिन मां तो मां है, अब भी बेटे की सलामती के लिए दुआ कर रही है।

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    मदर्स डे पर बेटे की झलक पाने के लिए तरसी मां

    ये कहानी नहीं बल्कि हकीकत है बाराद्वारी आर्शीवाद भवन में रहने वाले जयंत व ईरा गुहा की। जो पिछले 14 माह से यहां रहने को मजबूर हैं। हर मां-बाप की तरह इन्होंने भी अपने बेटे की हर ख्वाहिश को पूरा किया। उसे पढ़ाया-लिखाया, इस काबिल बनाया कि वह आज पश्चिम बंगाल में एक सरकारी विभाग में कार्यरत है। पिता जयंत गुहा टाटा मोटर्स के फाउंड्री में जबकि पत्नी ईरा गुहा टीआरएफ के पर्चेज विभाग से वर्ष 2008 में सेवानिवृत्त हुई। कंपनी से दोनों को रिटायरमेंट का पैसा मिला, लेकिन बेटे ने धोखे से पूरा पैसा अपने बैंक में ट्रांसफर करा लिया। अब इनके तीन बैंक खाते में मात्र 200 से 300 रुपये ही हैं। ईरा को आर्थराइटिस की समस्या है और उसे चलने-फिरने में परेशानी होती है। ईरा बताती हैं कि उनका बेटा साथ काम करने वाली एक लड़की से 2019 में शादी की। सोचा था कि अब हमारा परिवार पूरा हो गया, बाकी की जिंदगी चैन से कटेगी। लेकिन कलयुगी बेटे ने चोरी से फ्लैट को बेचकर फरार हो गया।

    बेटी के घर पर भी नहीं मिला आश्रय

    घर से निकलने के बाद पति-पत्नी दोनों विवाहिता बेटी के पास हैदराबाद चले गए। लेकिन उसे भी नहीं बताया कि उनके साथ क्या हुआ। 15 दिन बाद जब माता-पिता वापस नहीं लौट रहे, तो बेटी ने पूछा तो इन्होंने पूरी बात बताई। बेटी ने भी आजीवन साथ रखने में असमर्थता जताई, तो जयंत और ईरा वापस जमशेदुपर आ गए। कुछ दिन फुटपाथ में गुजारे। जयंत के एक दोस्त के बेटे की नजर इन पर पड़ी तो साथ घर ले आए। उसके प्रयास से ही दोनों पति-पत्नी आज वृद्धाश्रम में है। लेकिन मां इस बात से चिंतित है कि बेटे ने दो साल से संपर्क नहीं किया। इतना बड़ा कोविड महमारी आई। वो और उसका परिवार सकुशल है या नहीं। बहू को गाइनिक की समस्या थी, उसका क्या हुआ। झलकती आंखों से मां अब भी उनकी सलामती की दुआ कर रही है, लेकिन कई बार पूछने पर बेटे का नाम तक नहीं बताया।

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