PM मोदी के आर्थिक सलाहकार गौरव का जमशेदपुर से है गहरा नाता, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में हुए थे शामिल
भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद में शामिल किया गया है। जमशेदपुर से उनका गहरा नाता रहा है जहां उन्होंने एक्सएलआरआई मे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और अर्थशास्त्री प्रो. गौरव वल्लभ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) में सदस्य नियुक्त किया गया है। राजस्थान के जोधपुर जिले के पीपाड़ गांव में जन्मे वल्लभ का जमशेदपुर से गहरा नाता रहा है।
उन्होंने 2003 से 2017 तक एक्सएलआरआई जमशेदपुर में प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने न केवल अर्थशास्त्र और वित्त के क्षेत्र में शिक्षण किया, बल्कि देश-विदेश में व्याख्यान देकर अपनी विशेषज्ञता भी साबित की। झारखंड में मधु कोड़ा सरकार के दौरान वे राज्य के वित्त सलाहकार भी रहे।
कांग्रेस से की थी राजनीतिक सफर की शुरुआत
राजनीतिक सफर की शुरुआत वल्लभ ने कांग्रेस से की थी। उनकी वाकपटुता और तर्कशक्ति ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। 2019 में उन्होंने जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
2023 में उन्होंने राजस्थान के उदयपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा, पर वहां भी पराजय का सामना करना पड़ा। 2024 में कांग्रेस से वैचारिक मतभेद और सनातन विरोधी रुख के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी और उसी दिन भाजपा में शामिल हो गए।
गौरव ने संबित पात्रा से पूछा था ये सवाल
गौरव वल्लभ की लोकप्रियता उस समय बढ़ी जब एक टीवी डिबेट में उन्होंने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा से पूछा- “एक ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं?” यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और उनकी आर्थिक समझ राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुई।
जटिल आर्थिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने की उनकी विशेषता उन्हें एक प्रभावी वक्ता बनाती है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद, जिसकी अध्यक्षता प्रो. एस महेंद्र देव कर रहे हैं, देश की आर्थिक नीतियों को दिशा देने में अहम भूमिका निभाती है।
वल्लभ की नियुक्ति उनके आर्थिक और नीतिगत अनुभव की मान्यता है, साथ ही यह जमशेदपुर के लिए भी गर्व का विषय है। वल्लभ वर्तमान में डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी हैं, जो उनकी सामाजिक सक्रियता को दर्शाता है।
उन्होंने पाली के बांगड़ कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इसके बाद अजमेर की महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा ग्रहण की और राजस्थान यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी की। साथ ही, वह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं, जिसने उनकी आर्थिक विशेषज्ञता को और सशक्त आधार प्रदान किया।

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