Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जमशेदपुर में 200 यूनिट फ्री योजना के बावजूद 150 यूनिट पर आया 3.24 लाख का बिल

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 08:38 PM (IST)

    जमशेदपुर के कदमा में श्यामल प्रमाणिक को 3.24 लाख रुपये का बिजली बिल भेजा गया, जबकि उनकी खपत 150-170 यूनिट थी। 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली के बावजूद, उन्हें भारी बिल मिला। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई और विभाग ने बिल भुगतान का अल्टीमेटम दिया है। विभाग ने रीडर की गलती से बिल भेजने की बात कही है और जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।

    Hero Image

    फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर । झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। कदमा के भाटिया बस्ती निवासी श्यामल प्रमाणिक को विभाग की ओर से ऐसा बिजली बिल मिला है, जिसने उन्हें सकते में डाल दिया है। श्यामल प्रमाणिक मोहन पथ स्थित अपने दो कमरों के छोटे से घर में पत्नी के साथ रहते हैं, जबकि उनके दो बेटे पढ़ाई के सिलसिले में बाहर हैं। घर में टीवी तक नहीं है। बिजली उपकरणों के नाम पर केवल एक पंखा, ट्यूब लाइट और एक फ्रिज है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
     हर महीने 150 से 170 यूनिट के बीच रहता है बिल :
    सरकार की ओर से 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त करने की घोषणा के बाद से श्यामल के घर का बिजली उपभोग हर महीने 150 से 170 यूनिट के बीच ही रहा है। इसलिए अब तक उनका बिल शून्य आता था।
     
    मीटर जांच के बाद कोई बिल नहीं दिया :
    लेकिन 21 अक्टूबर को बिजली विभाग का रीडिंग कर्मचारी उनके घर पहुंचा, मीटर जांच की, पर कोई बिल नहीं दिया। तीन दिन बाद मोबाइल पर बिल मैसेज आया, जिसमें 3,24,515 रुपये का बकाया दिखाया गया। जबकि यूनिट और केवीए दोनों शून्य दर्शा रहे थे। इस भारी-भरकम बिल को देखकर श्यामल के होश उड़ गए।

    शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई :
    श्यामल प्रमाणिक ने तुरंत कदमा स्थित बिजली विभाग कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। अधिकारियों ने बिल देखकर लिखित शिकायत देने को कहा। श्यामल ने ऐसा किया भी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

    विभाग ने बिल भुगतान का अल्टीमेटम दिया :
    अब विभाग की ओर से छह नवंबर तक बिल भुगतान का अल्टीमेटम दिया गया है। श्यामल परेशान हैं कि जब उनका उपभोग ही 200 यूनिट से कम है और बिजली फ्री है, तो इतने बड़े बिल की जिम्मेदारी आखिर किसकी है। उन्होंने विभाग से त्वरित समाधान की मांग की है ताकि आम उपभोक्ताओं को ऐसी परेशानी से राहत मिल सके।

    बिल भेजने में गलती हुुई है :
    रीडर द्वारा प्वाइंट को अंक में जोड़ देने के कारण गलती हुई है। यह बात सही है कि अक्तूबर में श्यामल को 3,24,515 रुपये का बिल भेजा गया है। इसकी जांच के बाद शुक्रवार को समस्या का निदान करा दिया जाएगा। 
    - कपिल रंजन तिग्गा, कार्यपालक विद्युत अभियंता, मानगो