Jamshedpur weather : कड़ाके की ठंड ने बढ़ाई चिंता, शहर का तापमान गिरकर पहुंचा 11.6 डिग्री, बढ़ सकते हैं कार्डियक अरेस्ट के मामले
जमशेदपुर में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है, तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक ठंड की चेतावनी दी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि की आशंका जताई है। ठंड में रक्तचाप बढ़ने और खून गाढ़ा होने से खतरा बढ़ जाता है। लोगों को ठंड से बचने और सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।

फाइल फाेटो ।
ठंड में क्यों बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा?
ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ते हैं
किन लोगों को अधिक खतरा?
चिकित्सकों के अनुसार ठंड का मौसम 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग, हाई बीपी और डायबिटीज के मरीज, मोटापे से ग्रसित व्यक्ति के लिए अधिक जोखिम भरा है। साथ ही, कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ व्यक्ति, पहले हार्ट रोग से पीड़ित व्यक्ति और धूम्रपान का सेवन करने वाले लोगों को भी एहतियात बरतने की जरूरत है।
इन लक्षणों को बिल्कुल न करें नजरअंदाज
यदि किसी व्यक्ति को सीने में दर्द, चक्कर, बोलने में परेशानी, शरीर में सुन्नपन, अचानक कमजोरी, तेज सिरदर्द या शरीर के एक हिस्से में ढीलापन महसूस हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। समय पर उपचार मिल जाए तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक दोनों में जीवन बचने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
ऐसे बरतें सावधानियां?
सुबह घने कोहरे में बाहर निकलने से बचें।
गर्म कपड़े पहनें और सिर, कान, हाथ-पैर को ढककर रखें।
अत्यधिक ठंड में भारी व्यायाम करने से बचें।
कड़ाके की ठंड में हृदय पर दबाव तेजी से बढ़ जाता है। जिन लोगों को पहले से हाई बीपी, डायबिटीज या मोटापा है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा सामान्य व्यक्तियों की तुलना में कई गुना अधिक होता है। अचानक तापमान गिरने पर शरीर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दे पाता, जिससे ऐसे मरीज अधिक प्रभावित होते हैं। इसलिए ठंड में अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना किसी भी स्थिति में ठीक नहीं।
डॉ. संतोष गुप्ता, हृदय रोग विशेषज्ञ
तापमान गिरने पर स्ट्रोक के मामले उल्लेखनीय रूप से बढ़ जाते हैं। 50 वर्ष से ऊपर के लोग, हाई बीपी के मरीज और मोटापे से पीड़ित व्यक्तियों में स्ट्रोक का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। ठंड में रक्त चिपचिपा हो जाता है, जिससे ब्रेन को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता। इसलिए थोड़ा भी लक्षण दिखे-जैसे बोलने में दिक्कत, चेहरे का टेढ़ा होना या शरीर का सुन्न पड़ना, तो तुरंत अस्पताल पहुंचना चाहिए।
डा. अरुण कुमार, न्यूरो फिजिशियन

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