पुआल के ढेर में सोते समय आग लगने से 4 साल की मासूम जिंदा जली, मां और दुधमुंही बहन झुलसी
जमशेदपुर में पुआल के ढेर में सोते समय आग लगने से एक 4 साल की बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में बच्ची की मां और उसकी छोटी बहन भी गंभीर रूप से झु ...और पढ़ें

4 साल की मासूम जिंदा जली
जागरण संवाददाता, डुमरिया। पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के निश्चिंतपुर गांव में शुक्रवार की रात को दिल दहलाने वाली घटना घटी। गांव के समीप एक खेत में पुआल के ढेर में चार साल की बच्ची जिंदा जल गई। मां के हाथ व शरीर के अन्य हिस्से भी झुलस गए।
छह वर्षीय दुधमुंही बच्ची भी आंशिक रूप से झुलस गई। बच्ची का हाथ आंशिक झुलसा। शनिवार की सुबह मौके पर पुलिस ने पहुंचकर झुलसी महिला व उसकी बेटी को एंबुलेंस से इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा।
खेत में पड़े पुआल के ढेर में सो गई
घटना के संबंध में बताया जाता की पानमुनी सरदार अपने पति राधु सरदार पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए रात को वह अपनी छह माह की दूधमुही बेटी रुपिली सरदार व चार साल की बेटी शितला सरदार को लेकर गांव के समीप खेत में पड़े पुआल के ढेर में सो गई थी।
पहले वहीं पर खाना पकाकर खाया व पुआल जलाकर आग तापा। उसके बाद दोनों बेटियों को लेकर पुआल के ढेर पर सो गई। आधी रात को आग सुलगकर पुआल के ढेर में लग गई। जहां पर मां दोनों बेटियों को लेकर सो रही थी।
चार साल की बेटी जल कर हड्डी में तब्दील
जब मां की साड़ी में आग लगी तब जाकर उसे होश आया। अपने दुधमुंहे बच्ची को किसी तरह बचा लिया। परंतु उसकी चार साल की बेटी शितला सरदार आग की लपटों में गिर गई। देखते ही देखते वहीं पर जल कर हड्डी में तब्दील हो गई।
महिला के पति राधु सरदार कुमड़ाशोल स्थित गांव में रहता है। जबकि दोनों बेटी के साथ उसकी पत्नी निश्चिंतपुर गांव में कभी ससुराल तो कभी उसके बगल में उसके बड़े भाई तरणी सरदार के घर में रहती है।
ग्रामीणों के अनुसार पति-पत्नी दोनों नशा का सेवन करते हैं। जिसके वजह से अक्सर दोनों में झगड़ा होते रहता है। डुमरिया के थाना प्रभारी पंचम तिग्गा ने घटनास्थल पर जाकर मामले की जांच किया। घटना में बच्ची की मौत को लेकर माता-पिता से पूछताछ किया गया।

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