जमशेदपुर में सांडों का आतंक, एक दिन में 5 पर हमला, 4 अस्पताल में भर्ती
जमशेदपुर में सांडों का आतंक बढ़ गया है। एक दिन में पांच लोगों पर हमला हुआ, जिनमें से चार अस्पताल में भर्ती हैं। लगातार हो रहे हमलों से स्थानीय लोगों में डर का माहौल है।

जमशेदपुर में सांडों का आतंक
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर के विभिन्न इलाकों में आवारा सांडों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को जमशेदपुर में अलग-अलग जगहों पर पांच लोगों पर सांड ने हमला कर दिया। तीन घायल एमजीएम अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि एक व्यक्ति की हालत गंभीर होने पर उसे टाटा मुख्य अस्पताल रेफर किया गया है।
आम लोग भय के साये में हैं, लेकिन नगर निगम व प्रशासन इस पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है।
पहली बड़ी घटना सुबह डिमना रोड शंकोसाई रोड नंबर-1 स्थित दुर्गा मंदिर के पास हुई। यहां 66 वर्षीय आजादी साहू पर अचानक एक आवारा सांड ने पीठ से सींग मारकर जोरदार हमला किया। आजादी साहू शंकोसाई रोड नंबर-5 के निवासी हैं। रोज की तरह वह घर से ठेला लेकर निकले थे, तभी पीछे से आए सांड़ ने उन्हें पटक दिया।
मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत उनके परिवार को फोन कर घटना की जानकारी दी। बेटा शंकर साहू मौके पर पहुंचा और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों ने बताया कि अब उनकी हालत पहले से स्थिर है और निगरानी में रखा गया है।
एक ही जगह दो लोगों पर हमला
इसी स्थल पर थोड़ी देर बाद चंद्रशेखर प्रसाद नामक व्यक्ति पर भी उसी सांड़ ने हमला किया। हमला इतना जोरदार था कि उनके हाइड्रोशील में गंभीर चोट लग गई और स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं तीसरी घटना मानगो इलाके में सामने आई।
28 वर्षीय गुना राम टुडू, जो बहरागोड़ा के रहने वाले हैं। वह मानगो के चटाइकुली क्षेत्र में मजदूरी का काम कर रहे थे, उन पर भी सांड ने हमला कर दिया। उन्हें भी इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
महिला भी बनी सांड का शिकार
चौथी घटना मानगो मुन सिटी निवासी छवि मैथी (52) के साथ हुई। वह बच्चे को ट्यूशन से लेने जा रही थीं। राजीव पथ के पास अचानक एक सांड ने उन्हें उठाकर पटक दिया, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई और वह चलने में असमर्थ हो गईं। उनका भी इलाज एमजीएम में चल रहा है।
इन घटनाओं के अलावा एक और व्यक्ति को भी सांड़ ने घायल कर दिया, जिसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उसे प्राथमिक उपचार के बाद टाटा मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया गया।
स्थानीयों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग तेज
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। उनका कहना है कि कई दिनों से आवारा सांड इसी क्षेत्र में घूमते दिख रहे हैं। कई बार सूचना देने के बावजूद नगर निगम की ओर से न तो इन्हें पकड़ा गया और न ही कोई विशेष अभियान चलाया गया। लोगों ने मांग की है कि तत्काल पकड़ने की व्यवस्था हो, ताकि आगे किसी की जान जोखिम में न पड़े और शहर में बढ़ते पशु आतंक पर रोक लगे।

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