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    जमशेदपुर में लाखों के राजस्व नुकसान के बाद जागा प्रशासन, पन्ना के अवैध उत्खनन पर हुई बुलडोजर से कार्रवाई

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 10:35 PM (IST)

    जमशेदपुर में पन्ना के अवैध उत्खनन से राजस्व को हो रहे नुकसान के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ। जिला प्रशासन ने अवैध उत्खनन के खिलाफ बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की और उत्खनन बंद कराया। प्रशासन ने भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है, जिससे राजस्व नुकसान को कम किया जा सके।

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    पन्ना तस्करी रोकने को खदानों के गड्ढ़ों को प्रशासन ने भरवाया। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिले के गुड़ाबांदा व डुमरिया प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में पन्ना खदानों में अवैध उत्खनन लगातार जारी था। इससे सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लग रहा था। स्थानीय लोग पन्ना तस्करों से मिलकर यहां खुदाई करवा रहे थे।

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    प्रशासन को इसकी जानकारी मिलने के बाद बेशकीमती रत्न पन्ना के अवैध खनन को रोकने के लिए जिला खनन विभाग ने गुरुवार को अभियान चलाया। गुरुवार को ठुरकुगोड़ा, बारुनमुठी, बाउटिया, चीड़िया पहाड़ के अवैध खदानों को ध्वस्त कर दिया और यहां के खदानों को भर दिया गया।

    इस मौके पर स्थानीय पुलिस व वन विभाग के साथ खनन विभाग के अधिकारियों ने एक-एक खदानों को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर सील कर दिया। बताया जा रहा है की खनन विभाग को सूचना थी कि इन क्षेत्रों मे अवैध खनन कर पन्ना को बड़ी शहरों में उंचे दामों में बेचा जा रहा।

    जिससे सरकार को हर रोज हजारों-लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा। खनन विभाग कोल्हान प्रमंडल के उप निदेशक खनन ज्योति सतपथी ने अपनी मौजूदगी में तमाम खदानों को मशीन से ध्वस्त करवाया।

    इस कार्यवाही के दौरान जिला खनन पदाधिकारी सतीश नायेक, खनन निरीक्षक अरविंद उरांव, गुड़ाबांदा थाना प्रभारी सुमित कुमार यादव, प्रभारी वनपाल सुनाराम सबर व वन कर्मी शामिल थे।

    नीलामी की प्रक्रिया भी नहीं हो पाई पूरी

    एक साल पूर्व राज्य सरकार ने पन्ना खदानों की नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ की थी, ताकि यहां खदानों का उत्खनन विधिवत तरीके से किया जाए। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके।

    इससे राज्य सरकार को भी राजस्व प्राप्त होता, लेकिन यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। कहा जा रहा है कि अगर पन्ना खनिज की नीलामी कर दी जाए तो राज्य सरकार मालामाल हो सकती है।

    इसके बाद भी पन्ना के अवैध खनन को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि इलाके में पन्ना के दो ब्लाक में मौजूद है। इनमें गुड़ाबांदा ब्लाक 25 वर्ग किमी क्षेत्र में और बाउटिया ब्लाक 13 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है।

    जब से यहां पन्ना मिला है, तब से अब तक सरकार ने पन्ना खनन को लेकर नीलामी नहीं की है। इसके नतीजे में इस इलाके में बड़े पैमाने पर पन्ना का अवैध खनन हो रहा है।

    20 लाख रुपए तक मूल्य के पाए गए थे पत्थर

    गुड़ाबांधा एवं डुमरिया क्षेत्र में लगातार दस सालों से पन्ना का अवैध खनन हो रहा है। यहां 20 लाख रुपए मूल्य के पन्ना पत्थर पाए गए थे। इसे जब्त भी किया गया था। अवैध करोबार में लगे कई व्यवसाई इससे मालामाल भी हो गए। इन पन्ना पत्थरों की तस्करी दिल्ली से लेकर राजस्थान तक की गई।