Indian Railways, IRCTC: दीपावली एवं छठ में बिहार जाने वाली ट्रेनों में एक माह पहले ही वेटिंग
Indian Railways IRCTC यात्रियों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि कोविड 19 के कारण अब जितनी सीट उतनी ही टिकट दी जा रही है। ऐसे में ट्रेनों में सीट उपलब्ध नहीं है और अब यात्री दूसरे परिवहन साधनों से गांव जाने की तैयारी कर रहे हैं।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। दीपावली एवं छठ में बिहार जाने वाले यात्रियों को परेशानी होने वाली है। क्योंकि त्योहार में भले ही अभी एक माह से अधिक का समय बचा है लेकिन ट्रेनों में सीटें फुल हो गई हैं। अधिकतर ट्रेनों में वेटिंग आ चुकी है। टाटानगर से कई यात्री बिहार के विभिन्न स्टेशनों के लिए टिकट लेने के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन चार नवंबर से आठ व नौ नवंबर तक के ट्रेनों में वेटिंग बढ़ चुकी है। फिर चाहे वह सामान्य श्रेणी में हो या फिर स्लीपर या एसी-3 टियर में। सभी में वेटिंग की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
हालांकि मात्र एक ट्रेन में द्वितीय श्रेणी में अब भी सीट उपलब्ध है लेकिन यात्रियों का कहना है कि ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग होने से यह भी जल्द समाप्त हो जाएगा। यात्रियों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि कोविड 19 के कारण अब जितनी सीट उतनी ही टिकट दी जा रही है। ऐसे में ट्रेनों में सीट उपलब्ध नहीं है और अब यात्री दूसरे परिवहन साधनों से गांव जाने की तैयारी कर रहे हैं।
ये है ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति
05 नवंबर
08183 : टाटा-दानापुर स्पेशल 2एस : 195 (उपलब्ध) चेयर कार : 233 : उपलब्ध नहीं।
03287 : दुर्ग-राजेंद्र नगर टर्मिनल 2एस : 14स्लीपर : 703 : 192 : 101 : 05
08181 टाटा-थावे स्पेशल 2एस : 93स्लीपर : 229एसी-3 : 58एसी-2 : 23
6 नवंबर 03287 : दुर्ग-राजेंद्र नगर टर्मिनल 2एस : 48स्लीपर : 1053 : 382 : 171 : 03
08183 : टाटा-दानापुर 2एस : 195 (उपलब्ध) चेयर कार : 233 : उपलब्ध नहीं।
7 नवंबर 03287 : दुर्ग-राजेंद्र नगर टर्मिनल 2एस : 26स्लीपर : 733 : 332 : 111
08183 : टाटा दानापुर स्पेशल 2एस : 123 (उपलब्ध) चेयर कार : 27 एसी-3 : उपलब्ध नहीं
कोविड संक्रमण कम तो किराया भी हो पूर्व की तरह
सामान्य कोविड 19 के समय रेलवे बोर्ड अधिकतर ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन के रूप में चला रही है। जिसमें यात्रा के दौरान सभी तरह के आरक्षण, टिकट में मिलने वाली रियायत को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा यात्रियों से पूर्व के टिकट से 30 प्रतिशत अधिक राशि ली जा रही है। ऐसे में दीपावली व छठ में गांव जाने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें स्लीपर से लेकर वातानुकूलित की एक-एक टिकट पर 150 से 300 रुपये अधिक चुकाना पड़ रहा है। ऐसे में यात्रियों की मांग है कि किराया सामान्य हो।
क्या कहते हैं यात्री
जब कोविड का संक्रमण कम हो गया है तो रेलवे किराया भी कम करें। क्योंकि परिवार के साथ ट्रेन से जाने पर बहुत अधिक किराया लग रहा है।
-राकेश सिंह, बागबेड़ा।
रेलवे किराया भले ही बढ़ा दी है लेकिन सुविधा क्या बेहतर दे रही है, यह मालूम नहीं। सभी यात्रियों के हित में केंद्र सरकार इस दिशा में जल्द पहल करे।
-ललित मिश्रा, गोलमुरी।
कोविड खत्म होने को है इसलिए केंद्र सरकार जल्द से जल्द किराए में कटौती करे ताकि दीपावली व छठ में गांव जाने वाले यात्रियों की रियायत मिले। साथ ही पूर्व में मिल रहे सीनियर सिटीजन को भी आरक्षण दें।
-बालमुकुंद मिश्रा, टेल्को।
किराया में कमी करना या ट्रेनों को सामान्य की तरह चलाना। यह पॉलिसी मैटर है जिसका निर्णय रेलवे बोर्ड से होता है। इस पर जोन स्तर से कोई निर्णय नहीं होता है।
-नीरज कुमार, मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी, दक्षिण पूर्व रेलवे।