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    अपने बच्चे को बनाना चाहते हैं बुद्धिमान तो करें यह इस्तेमाल, दिमाग और शरीर से निकाल देती है विषैले तत्व

    By Rakesh RanjanEdited By:
    Updated: Sat, 14 Aug 2021 10:17 AM (IST)

    अभिभावक अपने बच्चे को तेज बनाने के लिए हर तरह की सुविधा देते हैं तो कई माता-पिता कठोर रवैया भी अपनाते हैं। लेकिन अधिकतर अभिभावक ब्राह्मी के बारे में नहीं जानते। ब्राह्मी दिमाग और शरीर के अंदर से विषैले तत्व को निकाल देती है।

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    ये है ब्राह्मी। सभी अपने घर में लगा सकते हैं।

    जमशेदपुर, जायं। हर कोई चाहता है कि उसका बच्चा दुनिया का सबसे तेज बुद्धि वाला बने। यदि आप सचमुच अपने बच्चे को आइंस्टीन या न्यूटन जैसा बनाना चाहते हैं, तो अपने बच्चे को ब्राह्मी का सेवन कराएं।  जमशेदपुर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बताती हैं कि बहुत से अभिभावक अपने बच्चे को तेज बनाने के लिए हर तरह की सुविधा देते हैं, तो कई माता-पिता कठोर रवैया भी अपनाते हैं। लेकिन अधिकतर अभिभावक ब्राह्मी के बारे में नहीं जानते।

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    ब्राह्मी दिमाग और शरीर के अंदर से विषैले तत्व को निकाल देती है, जो दिमाग या शरीर को सुस्त बना देते हैं। यह कफ को दूर करने के अलावा खून को साफ कर त्वचा संबंधी रोगों में भी फायदा पहुंचाता है। मानसिक रोगों में ब्राह्मी के पत्तों का चूर्ण लाभदायक होता है। शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालती है। परीक्षा की तैयारी के दौरान ज्यादातर बच्चे तनाव की स्थिति में आ जाते हैं। इसका सीधा प्रभाव उनकी याददाश्त पर पड़ता है। ऐसे में ब्राह्मी मददगार है। असली ब्राह्मी की पहचान है कि इसकी एक टहनी में कई सारे पत्ते होते हैं और इसके फूल सफेद और छोटे-छोटे होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी बुद्धिवर्धक, पित्तनाशक, मजबूत याददाश्त और शरीर को ठंडक देने के साथ शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। कफ को दूर करने के अलावा यह खून को साफ कर त्वचा संबंधी रोगों में भी फायदेमंद है। मानसिक रोगों में ब्राह्मी के पत्तों का चूर्ण लाभदायक होता है। हृदय की दुर्बलता में इसका प्रयोग अति उत्तम है।

    ये हैं फायदे

    तनाव में राहत : 5 ग्राम ब्राह्मी, 5 ग्राम शंखपुष्पी, 6 ग्राम बादामगिरी, 3 ग्राम इलायची के दाने, 6 ग्राम खसखस सभी को पीस लें। ठंडाई की तरह पीने से तनाव में बहुत लाभ होता है। इसे गर्मी के मौसम में ही लिया जाना बेहतर है।

    बेचैनी दूर करे : 5 ग्राम ब्राह्मी और 2 ग्राम कूठ के चूर्ण को 10 ग्राम शहद में मिलाकर लेने से उदासी व बेचैनी नहीं होती।

    तेज याददाश्त : 5 ग्राम ब्राह्मी और 11 कालीमिर्च के दानों को थोड़े पानी में पीसकर पीने से फायदा होता है।

    मजबूत दिमाग : ब्राह्मी की सूखी पत्तियां और बादामगिरी को एक-एक भाग में लेकर एक चौथाई काली मिर्च की मात्रा के साथ पानी में भिगोएं। इनके मुलायम होने पर इन्हें अच्छे से मिक्स कर लें। इसके बाद इनकी 3-3 ग्राम की टिकिया बना लें। 1-1 टिकिया सुबह-शाम दूध के साथ लेने से दिमाग मजबूत होता है।

    अनिद्रा (नींद न आना) : ब्राह्मी के 5 ग्राम चूर्ण को आधा किलो दूध में अच्छी तरह उबालकर व छानकर ठंडा करें। इसे पीने से नींद न आने की पुरानी समस्या में लाभ होगा।

    कई रूपों में कर सकते उपयोग

    ब्राह्मी 10 ग्राम, शंखपुष्पी 3 ग्राम, बादामगिरी 2.5 ग्राम, खसकस व सूखा साबुत धनिया 10 ग्राम, त्रिफला 5 ग्राम, गोखरू 10 ग्राम, शतावर 5 ग्राम, अश्वगंधा 5 ग्राम, सोंठ 10 ग्राम को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। 3-3 ग्राम चूर्ण को सुबह-शाम दूध से लेें। इससे मानसिक व शारीरिक ताकत बढ़ेगी। आंखों की रोशनी में लाभ होता है। इसके प्रयोग से चश्मे के नंबर में कमी आएगी। आयुर्वेद में ब्राह्मी शरबत, अवलेह और चूर्ण आदि कई रूपों में उपयोग किया जाता है।