Snoring Problem : खर्राटे से परेशान हैं तो करें यह पांच टिप्स, झट से मिल जाएगी मु्क्ति
Snoring Problem आपने अपने आसपास कई ऐसे इंसान देखे हैं जो नींद में खर्राटे लेते हैं। ऐसे में उस कमरे में सोने वाले सभी लोग परेशान हो जात हैं। इस बीमारी को स्लीप एपनिया कहते हैं। हाल ही में संगीतकार बप्पी लाहिड़ी की मौत इसी बीमारी से हो गया...

जमशेदपुर : नींद में खर्राटे लेने से ना सिर्फ इंसान खुद परेशान रहता है, बल्कि घर में सोने वाले को भी इस परेशानी को झेलना पड़ता है। कई बार खर्राटों की इस बीमारी की वजह से कई जोड़े शादी का बंधन तक तोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं। आप जानते हैं कि खर्राटे लेने की यह बीमारी जानलेवा भी हो सकती है। हाल ही में दिग्गज संगीतकार बप्पी लहरी का आब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से निधन हो गया। स्लीप एपनिया खर्राटे की बीमारी है।
एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलराम झा के अनुसार, जब कोई व्यक्ति खर्राटा लेता है तो उपर पहुंचने वाला वायुमार्ग बंद हो जाता है। इससे शरीर के अंदर कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा बए़ जाती है और आक्सीजन की कमी होने लगती है। गंभीर स्थितियों में हार्ट से आक्सीजन ले जाने वाली आर्टरी पर प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक भी हो सकता है।
हालांकि मेडिकल साइंस में खर्राटे का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इससे उत्पन्न जटिलताओं को कम किया जा सकता है। दूसरी ओर कुछ घरेलू उपाय की मदद से खर्राटे को कम किया जा सकता है।
आलिव आयल से फायदा : आलिव आयल या जैतून का तेल खर्राटे को दूर करने के लिए कारगर घरेलू उपाय है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण होता है। यह सांस की नली को साफ करता है, जिससे वायुमार्ग अवरूद्ध नहीं होता है। एक छोटा चम्मच आलिव आयल में सामान मात्रा में शहद मिलाकर सोने से पहले नियमित रूप से लें, इससे गले में कंपन कम होगा और खर्राटों को रोकने में मदद मिलेगी।
पुदीना के तेल : वैसे तो पुदीना कई बीमारियों में रामबाण की तरह काम करता है, लेकिन गले को साफ करने में पुदीना का कोई जवाब नहीं। पुदीने का तेल गले और नाक के छेदो की सूजन को कम करने का काम करता है। इससे सांस लेना आसान हो जाता है। सोने से पहले पिपरमेंट आयल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर गरारा कर लें। इस उपाय को कुछ दिन तक करते रहें, फर्क आपके सामने होगा।
करवट लेकर सोएं : करवट लेकर सोने से खर्राटे कम होने लगता है। जब आप सीधी कमर करके सोते हैं तो इससे आपकी जीभ, थुड्डी और एडिपोज टिशू आपके वायुमार्ग मं रूकावट पैदा कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप खर्राटे लेते हैं तो एक तरफ पलट कर सोएं।इससे निजात मिलती है।
नाक में लगने वाली पट्टियां : खर्राटे को रोकने के लिए सी पैक जैसी मशीन मिलती है। यह नाक में लगाने वाली पट्टी है। बाजार में ऐसे कई उत्पाद उपलब्ध हैं, जो खर्राटे रोकने में मदद करते हैं। हालांकि इससे भी पूरी तरह खर्राटे को नहीं रोका जा सकता है।
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