Attention: लापरवाही पड सकती है भारी, तीन दिन से अधिक बुखार होने पर कराएं कोरोना व मलेरिया की जांच, ये है वजह
Health Alert. अगर तीन दिन के बाद भी बुखार नहीं उतर रहा है तो उसकी जांच करानी चाहिए। ऐसे मरीजों को डेंगू टाइफाइड मलेरिया वायरल फीवर (कभी-कभी पांच से छह दिन तक रहता) हेपेटाइटिस व कोरोना होने का खतरा बना रहता है।
जमशेदपुर, जासं। Attention ठंड से गर्म की ओर मौसम बढ़ रहा है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही आपको बीमार बना सकती है। अभी ठंड थोड़ी कम क्या हुई लोगों ने शाम के वक्त गर्म कपड़ा ही पहनना बंद कर दिया। कई लोग वैसे मिल जाएंगे तो सिर्फ शर्ट पहनकर घूमते नजर आ जाएंगे। जबकि सुबह-शाम ठंड जारी है। इस दौरान लापरवाही बरतने वाले लोगों को मौसमी बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है।
शहर में सर्दी-खांसी, गले में दर्द, फीवर के लगभग 15 फीसद मामले बढ़ गए हैं। हालांकि, आगे और बढ़ने की संभावना है। बीते एक सप्ताह से शहर का मौसम लगातार गड़बड़ चल रहा है। कभी बारिश तो कभी धूप देखने को मिल रही है। ऐसे में मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज के ओपीडी के मेडिसीन विभाग में रोजाना 160 से 180 मरीज पहुंच रहे हैं। जबकि पहले इन मरीजों की संख्या 120 से 150 के बीच रहता था। अधिकांश वायरल फीवर तीन दिन में ठीक हो जाता है। अगर तीन दिन के बाद भी बुखार नहीं उतर रहा है तो उसकी जांच करानी चाहिए। ऐसे मरीजों को डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया, वायरल फीवर (कभी-कभी पांच से छह दिन तक रहता), हेपेटाइटिस व कोरोना होने का खतरा बना रहता है।
जबतक ठंड खत्म नहीं हो जाता तब तक बरते सावधानी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के अध्यक्ष सह शहर के प्रसिध्द फिजिशियन डॉ. उमेश खां ने बताया कि जबतक ठंड पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाती तब तक सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। खासकर साइकिल और मोटरसाइकिल चलाते समय। अभी भी सुबह-शाम ठंड जारी है। ऐसे में शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखें ताकि ठंड का असर सेहत पर नहीं पड़े। ठंड से बचने के लिए फिलहाल ठंडी चीज जैसे आइसक्रीम व कोल्डड्रिक्स नहीं ले। इससे गले में तुरंत परेशानी शुरू हो जाती है। संभव हो तो रात में एक कप पानी में काढ़ा बनाकर पीए या फिर पानी गर्म कर उसमें हल्का नमक डालकर पीए। इससे सर्दी-खांसी की संभावना कम हो जाती है।
50 साल से अधिक उम्र वालों को लेना चाहिए इंफ्लुएंजा का टीका
डॉ. उमेश खां ने बताया कि जिनकी उम्र 50 साल है और वे मुधुमेह, किडनी सहित अन्य बीमारियों से ग्रस्त होते हैं तो उन्हें इंफ्लुएंजा की टीका लेनी चाहिए। साल में एक बार टीका लेने से इंफेक्शन की संभावना कम होती है। खासकर जिन व्यक्तियों के शरीर कमजोर रहता है और उन्हें पूर्व से कई बीमारी होने से उन्हें गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक रहता है।
एलर्जी के मरीजों की बढ़ी संख्या
एलर्जी के मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं। एलर्जी के दो तरह के मरीज सामने आ रहे हैं। पहला कोल्ड एलर्जी, जो मौसम में बदलाव होने की वजह से होता है। ऐसे में लोगों को ठंड से बचने की जरूरत है। वहीं, दूसरा बसंत ऋतु के बाद कई तरह के नए-नए फुल खिलता है। उसके सुगंध से भी एलर्जी की समस्या होती है। जिन लोगों को एलर्जी की समस्या है तो उन्हें इन चीजों से दूर रहना चाहिए।
यह बरते सावधानी
- सुबह-शाम गर्म कपड़ा पहनना नहीं भूले।
- रात में सोते समय एक कप गर्म पानी पीए।
- रात में ज्यादा ठंडी चीज नहीं खाएं-पीएं।
- खांसने-छींकने वाले लोगों से दूर रहें।
- फुल कपड़े पहने, जिससे मच्छर नहीं काट पाएं।
- सर्दी-जुकाम के साथ सांस लेने में तकलीफ हो तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
- अस्थमा, दिल, बीपी और शुगर के मरीज अपनी दवाएं किसी भी हालत में बंद न करें।
- जिन चीजों से एलर्जी हैं, उनसे बचें।
- अधिकांश वायरल फीवर तीन दिनों तक रहता है। इससे अधिक अगर किसी को बुखार रहता है तो उसकी जांच कराई जाती है। कई बार देखा जाता है कि बुखार होने के बावजूद भी लोग घर में पड़े रहते हैं और इससे उनकी स्थिति और भी बिगड़ जाती है। इसलिए किसी भी तरह की परेशानी होने पर उसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। किसी चिकित्सक से मिलकर संपर्क करना चाहिए।
- डॉ. उमेश खां, फिजिशियन।