टाटानगर में Human trafficking का पर्दाफाश: दो महिला तस्कर गिरफ्तार, पांच नाबालिग बचाई गईं
टाटानगर पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया। दो महिला तस्कर गिरफ्तार हुईं और पांच नाबालिग लड़कियों को बचाया गया। यह कार्रवाई मानव तस्करी विरोधी इकाई और स्थानीय पुलिस के संयुक्त अभियान का परिणाम थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

आरपीएफ की गिरफ्त में दोनों महिला मानव तस्कर (लाल घेरे में)।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। चक्रधरपुर रोल मंडल आरपीएफ की उड़नदस्ता टीम ने एंटी चाइल्ड ट्रैफिकिंग अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की। दो महिला मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 14 से 17 वर्ष आयु वर्ग की पांच नाबालिग बच्चियों को मुक्त कराया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को दोनों महिला तस्कर सविता बिरुवा और बेलमती हेमब्रम तमिलनाडु जाने की तैयारी में टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंची थीं। दोनों पश्चिम सिंहभूम जिले के भरभरिया और पसाहातु की रहने वाली हैं।
आरपीएफ को उनके व्यवहार पर शक हुआ, जिसके बाद टीम ने पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि दोनों महिला तस्कर इन बच्चियों को तमिलनाडु के औद्योगिक क्षेत्रों में ले जाकर मजदूरी कराने की योजना में थीं।
आरपीएफ टीम ने तत्परता दिखाते हुए बच्चियों को सुरक्षित अपने कब्जे में लिया और दोनों आरोपी महिलाओं को हिरासत में ले लिया। मुक्त कराई गई सभी बच्चियां पश्चिम सिंहभूम और आसपास के इलाकों की रहने वाली हैं।
प्राथमिक पूछताछ में यह भी स्पष्ट हुआ कि बच्चियों को बहला-फुसलाकर उन्हें बाहर राज्य ले जाने की कोशिश की जा रही थी। दोनों महिला तस्करों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए टाटानगर रेल थाना को सौंप दिया गया है।
वहीं, बच्चियों को काउंसिलिंग और सुरक्षित पुनर्वास की प्रक्रिया के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को भेजा जा रहा है। आरपीएफ के अनुसार एंटी चाइल्ड ट्रैफिकिंग अभियान के तहत रेलवे स्टेशनों पर निगरानी और कड़ी की जाएगी, ताकि बच्चों की तस्करी जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

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