Health Tips : पेशाब का रंग बदले तो हो जाएं सावधान, इन गंभीर बीमारियों का है संकेत
Health Tips आपका यूरिन का रंग यह संकेत दे देता है कि आप स्वस्थ हैं या फिर किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है। अक्सर लोग यूरिन कलर बदलने को गंभीरता से नहीं लेते हैं जिसका खामियाजा बाद में भुगतना पड़ता है...

जमशेदपुर : इंसान के शरीर में जो कुछ भी बदलाव होते हैं उसका असर दिखने लगता है। हालांकि, अधिकांश लोग इसे नहीं समझ पाते हैं और नतीजा होता है कि बीमारी काफी हद तक बढ़ जाती है। इसके बाद लोग चिकित्सक के पास पहुंचते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हर बीमारी के कुछ न कुछ संकेत होते हैं, जिसे पहचान कर आप गंभीर बीमारी से बच सकते हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि पेशाब का रंग कई बीमारियों के संकेत हैं, जिसकी जानकारी आपको होनी चाहिए। एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलराम झा विस्तार से बता रहे हैं...
कैसे करें बीमारी की पहचान
ट्रांसपेरेंट कलर : अगर आपके पेशाब का रंग ट्रांसपेरेंट हैं तो आप सतर्क हो जाएं। यह अच्छा संकेत नहीं है। ट्रांसपेरेंट का मतलब आप अत्यधिक मात्रा में पानी का सेवन करते हैं। हाइड्रेटेड रहना एक अच्छी बात है लेकिन बहुत अधिक मात्रा में पानी पीने से आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। अगर कभी-कभी पेशाब का रंग ट्रांसपेरेंट हो जाए तो इसे हल्के में नहीं लें। किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें और जांच कराएं। क्योंकि यह सिरोसिस और वायरल हेपेटाइटिस जैसी लीवर बीमारी के लक्षण हैं।
हल्के पीले से गहरा पीला रंग : यूरोक्रोम पिगमेंट के कारण पेशाब का रंग हल्के पीले से डार्क पीला नजर आता है। जब आप पानी पीते हैं तो यह पिटमेंट डायल्यूट हो जाता है। यूरोक्रोम का निर्माण शरीर में हीमोग्लोबिन के टूटने के कारण होता है।
लाल और गुलाबी रंग : पेशाब का रंग जब लाल और गुलाबी हो जाए तो इसे गंभीरता से लेने की जरूरत होती है। यह प्रोस्टेट, किडनी स्टोन, ब्लैडर या किडनी में ट्यूमर का लक्षण हैं। ऐसी परिस्थिति में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करने चाहिए।
नारंगी रंग के पेशाब होना : कई बार आपने देखा होगा कि पेशाब का रंग नारंगी भी होता है। यह भी कई बीमारी के संकेत हैं। यह शरीर में डिहाईड्रेशन का संकेत है। पीलिया होने पर भी पेशाब का रंग नारंगी और मल का रंग हल्का हो जाता है। इस दौरान पेट दर्द, उल्टी, चक्कर आना आदि का सामना करना पड़ता है।
नीला और हरे रंग का पेशाब : पेशाब का रंग नीला और हरा भी होता है। बहुत सी कैंडी और कुछ दवाइयों में मेथिलीन ब्लू नाम के एक डाई का इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से आपके पेशाब का रंग ब्लू नजर आ सकता है। लेकिन इस रंग का पेशाब किडनी और ब्लैडर से जुड़ी बीमारियों की तरफ से इशारा करता है। इस दौरान पेशाब का रंग हरा या फिर नीला या बैंगनी नजर आता है।
डार्क ब्राउन पेशाब : पेशाब का रंग डार्क ब्राउन भी हो जाता है। यह रंग डिहाईड्रेशन की ओर इशारा करता है। कई बार दवाइयों के साइड इफेक्टस की वजह से भई पेशाब का रंग डार्क ब्राउन हो जाता है। वहीं, यह रंग लीवर से संबंधित बीमारी की ओर भी इशारा करता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।