Health Tips: मनुष्य के लिए प्राकृतिक एंटीबायोटिक एवं एंटी सेप्टिक हल्दी
हल्दी सुनते ही जाना-पहचाना नाम लगता है। यह हमारे रसोई घर में पाया जाने वाला एक प्रमुख मसाला है। इसका उपयोग खाने में रंग एवं स्वाद के लिए किया जाता है। सभी लोग जानते हैं कि हल्दी के बहुत सारे औषधीय गुण हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। हल्दी सुनते ही जाना-पहचाना नाम लगता है। यह हमारे रसोई घर में पाया जाने वाला एक प्रमुख मसाला है। इसका उपयोग खाने में रंग एवं स्वाद के लिए किया जाता है। सभी लोग जानते हैं कि हल्दी के बहुत सारे औषधीय गुण हैं एवं इसका उपयोग प्राचीन काल से किया जाता है।
इस संबंध में शहर की प्रसिद्ध डायटीशियन अनु सिन्हा से जानिए कि हल्दी का उपयाेग कहां और किस तरह के उपचार में किया जाता है। इसका नुकसान क्या है। डायटीशियन अनु सिन्हा कहती हैं कि हल्दी एक गर्म पदार्थ है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, आयरन आदि पाए जाते हैं। हल्दी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक व एंटी सेप्टिक है। इस कारण हल्दी का उपयोग कटने, घाव, सूजन, दर्द निवारक आदि में होता है। वैसे हल्दी के लिए अपने डाक्टर या डायटीशियन से अवश्य सलाह लेनी चाहिए।
हल्दी के फायदे
- गर्म दूध में हल्दी डालकर पीने से जुकाम एवं खांसी में आराम मिलता है। इससे बदन दर्द में भी आराम मिलता है
- अगर कहीं सूजन हो तो हल्दी व चूने का लेप लगाने से सूजन एवं दर्द से राहत मिलता है।
- हल्दी के उपयोग से जोड़ों के दर्द को कम किया जा सकता है।
- हल्दी का उपयोग करने से ब्लड शुगर लेबल को कम होता है।
- हल्दी वजन बढ़ाने में मदद करता है।
- इसका उपयोग से मुहांसे में कमी एवं चेहरे की रंगत में सुधार होता है।
- अगर निंद नहीं आने की बीमारी से ग्रसित हैं तो हल्दी को दूध में मिलाकर रात में पीना चाहिए
हल्दी से नुकसान
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