भारत में पहली बार शुरू हुई इंडियन गोल्फ़ प्रीमियर लीग, महिला-पुरुष गोल्फर एक साथ देंगे टक्कर
आईजीपीएल की शुरुआत भारत में गोल्फ को एक नई पहचान दे रही है। यह लीग आईपीएल और आईएसएल की तरह एक फ्रेंचाइजी-आधारित टूर्नामेंट है। इसमें पुरुष और महिला गोल्फर एक साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसमें कोई भी खिलाड़ी बाहर नहीं होगा जिससे सभी को पुरस्कार राशि का हिस्सा मिलेगा। जमशेदपुर भी इसका एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह लीग युवा गोल्फरों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देगी।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। क्रिकेट के आइपीएल और फुटबाल के आइएसएल की सफलता के बाद अब भारत में गोल्फ की दुनिया भी एक नई क्रांति के लिए तैयार है। देश में पहली बार इंडियन गोल्फ प्रीमियर लीग (आइजीपीएल) का आगाज हो चुका है, जो न केवल खेल को एक नया रोमांच देगा, बल्कि जमशेदपुर जैसे शहरों की गोल्फ विरासत को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित करेगा।
इसका एक पड़ाव लौहनगरी जमशेदपुर भी होगा। लीग का जमशेदपुर चरण पांच से सात नवंबर तक बेल्डीह गोल्फ कोर्स में खेला जाएगा। आइजीपीएल की विशेषता यह है कि इसमें पुरुषों को महिला गोल्फर टक्कर देती नजर आएंगी।
क्या है आइजीपीएल का नया फार्मेट?
इंडियन गोल्फ प्रीमियर लीग का फार्मेट परंपरागत गोल्फ टूर्नामेंट से बिल्कुल अलग और रोमांचक है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ''नो कट'' फार्मेट है, जिसका मतलब है कि कोई भी खिलाड़ी टूर्नामेंट से बाहर नहीं होगा और सभी को तीन राउंड खेलने का मौका मिलेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि हर खिलाड़ी को पुरस्कार राशि का हिस्सा मिले, जिससे युवा और उभरते हुए गोल्फरों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
लीग में पुरुष और महिला गोल्फर एक साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे, जो भारतीय गोल्फ में एक नई शुरुआत है। इसके अलावा, शौकिया (एमेच्योर) खिलाड़ियों को भी पेशेवर गोल्फरों के साथ खेलने और उनसे सीखने का अवसर मिलेगा। यह लीग कुल 10 टूर्नामेंटों की एक श्रृंखला है, जो चंडीगढ़ से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, जमशेदपुर, मुंबई, अहमदाबाद के बाद दुबई और कोलंबो जैसे अंतरराष्ट्रीय शहरों तक जाएगी।
जमशेदपुर और गोल्फ का अटूट रिश्ता
जमशेदपुर का गोल्फ से दशकों पुराना और गहरा नाता है। टाटा समूह द्वारा विकसित, शहर में दो ऐतिहासिक गोल्फ कोर्स हैं, बेल्डीह और गोलमुरी। बेल्डीह गोल्फ कोर्स की स्थापना 1920 में हुई थी, जबकि गोलमुरी कोर्स 1928 में अस्तित्व में आया। ये दोनों कोर्स न केवल अपनी हरियाली और खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं, बल्कि इन्होंने देश को कई बेहतरीन गोल्फर भी दिए हैं।
टाटा स्टील के सहयोग से यहां हर साल प्रतिष्ठित टाटा ओपन गोल्फ टूर्नामेंट का आयोजन होता है, जो प्रोफेशनल गोल्फ टूर आफ इंडिया (पीजीटीआइ) के कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अब आइजीपीएल की मेजबानी से जमशेदपुर का नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय गोल्फ के नक्शे पर मजबूती से अंकित होगा।
खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान का मौका
आइजीपीएल सिर्फ एक घरेलू लीग नहीं है, बल्कि यह भारतीय गोल्फरों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का एक सुनहरा अवसर भी है। लीग ने एशियन टूर के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की है। इसके तहत, 27 से 30 नवंबर तक अहमदाबाद के केंसविले गोल्फ रिसार्ट में एक संयुक्त रूप से स्वीकृत टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आइजीपीएल के खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलेगा। सबसे बड़ा प्रोत्साहन यह है कि लीग के समापन के बाद शीर्ष चार खिलाड़ियों को सीधे एशियन टूर क्वालीफाइंग स्कूल के फाइनल में प्रवेश मिलेगा।
युवा प्रतिभाओं को मिलेगा बड़ा मंच
इस लीग का एक बड़ा उद्देश्य देश में युवा गोल्फ प्रतिभाओं को निखारना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करना है। अर्जुन अवार्डी गगनजीत भुल्लर जैसे अनुभवी खिलाड़ी इस लीग को भारतीय गोल्फ के लिए एक पथ प्रदर्शक मानते हैं। उनका कहना है कि इस लीग से युवा खिलाड़ियों को न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि उन्हें अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खेलने और उनसे सीखने का भी मौका मिलेगा।
56 वर्षीय दिग्गज गोल्फर गौरव घई का भी मानना है कि यह लीग भारतीय गोल्फरों को एक प्रतिस्पर्धी माहौल देगी और उन्हें अंतरराष्ट्रीय टूर के लिए तैयार करने में मदद करेगी। लीग में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का एक शानदार मिश्रण देखने को मिलेगा, जिसमें गगनजीत भुल्लर और गौरव घई जैसे दिग्गजों के साथ कार्तिक सिंह और वीर गणपति जैसे युवा सितारे भी अपनी चुनौती पेश करेंगे।
महिला वर्ग में अमनदीप ड्राल, नेहा त्रिपाठी और सहर अटवाल जैसी खिलाड़ी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।
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