जमशेदपुर में Gen-Z के रंग में ढला डाकघर, वाई-फाई के साथ मिलेंगी आधुनिक सेवाएं
भारतीय डाक विभाग ने झारखंड में दो जेन-जी डाकघर शुरू किए हैं, जिनमें से एक जमशेदपुर के एनआईटी परिसर में है। यह डाकघर आधुनिक सुविधाओं जैसे वाई-फाई, कॉफी ...और पढ़ें

जमशेदपुर में खुला जेन-जी पोस्ट ऑफिस। (जागरण)
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। डाकघर, जिसे अब तक लोग चिट्ठी-पत्री और लंबी कतारों से जोड़कर देखते थे, वह अब जेन-जी यानी युवा पीढ़ी की पसंद के अनुसार खुद को पूरी तरह बदल रहा है। भारतीय डाक विभाग ने इसी नई सोच के साथ सोमवार को झारखंड में दो जेन-जी डाकघर का शुभारंभ किया।
एक जेन-जी डाकघर राजधानी रांची में शुरू किया गया, जबकि दूसरा कोल्हान क्षेत्र का पहला जेन-जी डाकघर एनआईटी जमशेदपुर परिसर में खोला गया है। इसका उद्घाटन एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. डॉ. गौतम सूत्रधार और सिंहभूम मंडल के वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
यह डाकघर केवल डाक सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं के लिए एक ऐसा स्थान बनकर उभरा है, जहां तकनीक, सुविधा और रचनात्मकता का संगम देखने को मिलता है। डिजिटल युग में पली-बढ़ी जेन-जी तेज, सरल और तकनीक आधारित सेवाओं को प्राथमिकता देती है।
इसे ध्यान में रखते हुए भारतीय डाक विभाग ने अपनी कार्यशैली के साथ-साथ डाकघर के वातावरण में भी बड़ा बदलाव किया है। एनआइटी परिसर में शुरू हुआ यह जेन-जी डाकघर इस बात का प्रमाण है कि डाक विभाग युवाओं से जुड़ने के लिए खुद को नए सांचे में ढाल रहा है।
आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक सेवाएं
इस जेन-जी डाकघर में रजिस्ट्री, त्वरित डाक, बचत बैंक, बीमा और पार्सल जैसी सभी पारंपरिक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, लेकिन उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ा गया है। डिजिटल काउंटर, ऑनलाइन भुगतान और सरल प्रक्रिया से छात्रों और युवाओं का समय बचेगा।
उद्देश्य यह है कि युवा डाक सेवाओं को पुराने ढर्रे की बजाय एक उपयोगी, भरोसेमंद और सहज विकल्प के रूप में अपनाएं। जेन-जी डाकघर की खास पहचान इसका आधुनिक और आरामदायक माहौल है। यहां निश्शुल्क वाई-फाई, काफी मशीन, टेलीविजन और पत्रिका कार्नर की सुविधा उपलब्ध है। अब डाकघर में इंतजार करना बोझ नहीं, बल्कि एक सकारात्मक और सुविधाजनक अनुभव बन गया है।
छात्र यहां बैठकर अपने डाक संबंधी कार्य निपटा सकते हैं, पढ़ाई कर सकते हैं या ऑनलाइन गतिविधियों से जुड़े रह सकते हैं।
एनआईटी छात्रों की पेंटिंग से सजी दीवारें
इस डाकघर की एक और बड़ी खासियत इसकी दीवारें हैं, जिन्हें एनआईटी जमशेदपुर के छात्रों द्वारा तैयार की गई पेंटिंग से सजाया गया है। इन पेंटिंग्स में युवा सोच, तकनीक, समाज और रचनात्मकता की झलक साफ दिखाई देती है।
इसका मकसद केवल सजावट तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों को सीधे इस पहल से जोड़ना और उन्हें रचनात्मक रूप से प्रेरित करना भी है। डाकघर की दीवारों पर अपनी कला देखकर छात्रों में गर्व और अपनापन का भाव देखने को मिल रहा है।
छात्रों में दिखा खासा उत्साह
जेन-जी डाकघर को लेकर एनआईटी जमशेदपुर के छात्रों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। उद्घाटन के दौरान बड़ी संख्या में छात्रों ने डाकघर का भ्रमण किया, तस्वीरें लीं और वीडियो बनाए।
कई छात्रों ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी सरकारी सेवा केंद्र को युवाओं की जरूरत और रुचि को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इससे डाक विभाग के प्रति युवाओं की सोच और जुड़ाव दोनों मजबूत हुए हैं।
जेन-जी के लिए क्यों जरूरी है यह पहल
आज की युवा पीढ़ी डिजिटल लेन-देन, त्वरित सेवाओं और भरोसेमंद व्यवस्था पर निर्भर है। ऐसे में जेन-जी डाकघर उन्हें बचत, बीमा और अन्य सरकारी योजनाओं से जोड़ने का एक मजबूत माध्यम बनेगा। इससे युवाओं में वित्तीय जागरूकता बढ़ेगी और सरकारी संस्थानों पर उनका भरोसा और सुदृढ़ होगा।
सिंहभूम मंडल के वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने बताया कि चाईबासा और महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में भी जेन-जी डाकघर खोलने की योजना है।
उन्होंने कहा कि भारतीय डाक समय के साथ कदमताल करते हुए युवाओं के लिए खुद को लगातार प्रासंगिक बना रहा है। कुल मिलाकर, जेन-जी डाकघर केवल एक आधुनिक सुविधा केंद्र नहीं, बल्कि डाक विभाग की बदली हुई सोच का प्रतीक है, जहां परंपरा, तकनीक और युवा ऊर्जा एक साथ नजर आती है।

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