यहां हो रहा कैंसर का मुफ्त इलाज, बायोप्सी जांच से लेकर सर्जरी तक फ्री
एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब कैंसर का भी इलाज निश्शुल्क शुरू हो गया है। इसके लिए यहां विशेषज्ञ चिकित्सक से लेकर जांच कीमो सर्जरी सबकुछ उपलब्ध है।
जमशेदपुर, अमित तिवारी। झारखंड के बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब कैंसर का भी इलाज निश्शुल्क शुरू हो गया है। इसके लिए यहां विशेषज्ञ चिकित्सक से लेकर जांच, कीमो, सर्जरी सबकुछ उपलब्ध है। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के लिए यह बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि यहां सामान्य बीमारी के इलाज को लेकर आए दिन हंगामा होता रहता है।
अस्पताल की व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास कई बार चिंता जता चुके हैं, जबकि खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने इसे सुधारने का बीड़ा ही उठा लिया है। पिछले दिनों निरीक्षण करने आए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने कैंसर का इलाज शुरू करने को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिया था। साथ ही कैंसर रोगियों के लिए इनडोर भी चालू करने को कहा था। इसकी पहल करते हुए रेडियोथेरेपी विभाग ने इलाज शुरू कर दिया है। जल्द ही पांच बेड का अलग वार्ड भी होगा। फिलहाल दूसरे विभाग में भर्ती कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कैंसर मरीजों के लिए रेडियोथेरेपी विभाग की स्थापना हुई है। इसमें फिलहाल पांच डॉक्टर तैनात है। तीन सीनियर रेजीडेंट, एक मेडिकल ऑफिसर व एक सह प्राध्यापक शामिल है।
कोल्हान में कैंसर के हर साल तीन हजार नए मरीज
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के अनुसार कोल्हान में हर साल कैंसर के करीब तीन हजार नए रोगी सामने आ रहे है। इसमें से अधिकांश को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता, जिसके कारण उनकी मौत हो जाती है। अब एमजीएम में अधिकांश मरीजों का इलाज संभव होगा। पहले कैंसर के नाम सुनते ही डॉक्टर मरीज को दूसरे अस्पताल रेफर कर देते थे।
अब इलाज में पैसा नहीं बनेगा बाधा
कैंसर का इलाज महंगा होने के कारण गरीब मरीज इलाज कराने में असमर्थ होते है, लेकिन एमजीएम में एफएनएसी जांच से लेकर ट्यूमर मार्कर, बायोप्सी, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन, एक्सरे, कल्चर सहित अन्य जांच मुफ्त में होगी। वहीं ब्रेस्ट कैंसर के सर्जरी से लेकर सारकोमा ट्यूमर सर्जरी भी होगा। कीमोथेरेपी भी दिया जा रहा है। खासबात यह है कि रोगियों की जांच व इलाज के लिए चिकित्सकों की एक टीम होगी। मरीजों के अनुसार चिकित्सकों की मदद ली जाती है।
कैंसर मरीजों का होगा रजिस्ट्रेशन
इलाज के लिए आने वाले कैंसर मरीजों का रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा। आइसीएमआर द्वारा चलाए जा रहे नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के हॉस्पिटल बेस्ड कैंसर रजिस्ट्री से एमजीएम अस्पताल को भी जोडऩे का आदेश दिया है। शीघ्र ही इसे शुरू किया जाएगा।
जल्द खुलेगा 50 बेड का कैंसर अस्पताल
डिमना चौक स्थित एमजीएम कॉलेज में अलग से 50 बेड का कैंसर अस्पताल भी खोला जाना है। इसकी तैयारी चल रही है। अस्पताल खोलने के लिए सरकार ने एमजीएम प्रबंधन को फिजीसिस्ट बहाल करने की अनुमति दे दी है। वहीं जगह भी चयनित कर लिया गया है।
सभी सुविधाएं मुफ्त में
कैंसर मरीजों के लिए हमारे यहां चिकित्सा शुरू हो गई है। सभी सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध करायी जा रही है। मरीजों को बेहतर चिकित्सा देने के लिए सभी विभागों की मदद मिल रही है। इससे अधिक से अधिक मरीजों का इलाज संभव होगा।
- डॉ. अरुण कुमार, विभागाध्यक्ष, रेडियोथेरेपी।
जल्द खुलेगा इनडोर
कैंसर मरीजों का इलाज शुरु होना खुशी की बात है। दूर दराज से आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज कर उनकी जान बचायी जा सकेगा। जल्द ही पांच बेड का इनडोर भी खोला जाएगा। हमारी पूरी टीम मिलकर बेहतर काम कर रही है।
- डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी, उपाधीक्षक, एमजीएम।