Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जमशेदपुर में ग्रामीणों ने पुलिस को बनाया बंधक, फायरिंग

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Thu, 13 Apr 2017 11:19 AM (IST)

    झारखंड के जमशेदपुर में ग्रामीणों व पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने गोलियां चलाईं।

    जमशेदपुर में ग्रामीणों ने पुलिस को बनाया बंधक, फायरिंग

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। बोड़ाम थाना अंतर्गत पोखरिया गांव में बुधवार शाम ग्रामीणों व पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने सात चक्र गोलियां चलाई। हालांकि फायरिंग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन क्षेत्र में तनाव का माहौल है। पुलिस यहां कैंप कर रही है तो ग्रामीण भी एकजुट हैं। बताया गया है कि बंगाल की सीमा से सटे पोखरिया गांव में एक महिला से छेड़खानी की घटना हुई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस घटना का आरोपी असकरी अंसारी घर से फरार हो गया। इसे लेकर मंगलवार की रात स्थानीय लोगों ने असकरी अंसारी के घर में आग लगा दी और धार्मिक स्थल को भी क्षति पहुंचाने का काम किया। बुधवार को असकरी ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद असकरी अंसारी और उस क्षेत्र के लोगों ने बोड़ाम थाना में लिखित शिकायत कर धार्मिक स्थल को तोड़ने और आगजनी की घटना में शामिल लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस की टीम पोखरिया पहुंची और आठ युवकों को उठाकर ले गई। जब दोबारा पुलिस की टीम गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों को घेर कर बंधक बना लिया लिया।

    सूचना मिलने पर बोड़ाम थाना प्रभारी विक्रांत कुमार व बीडीओ सुनील प्रजापति पुलिस बल के साथ पहुंचे। इन दोनों अधिकारियों को भी ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ा नहीं जाएगा किसी भी अधिकारी को यहां से जाने नहीं दिया जाएगा। ग्रामीणों के दबाव के बाद हिरासत में लिए गए सभी युवकों को छोड़ दिया गया। जैसे ही सभी आठ युवक गांव पहुंचे और इन युवकों ने बताया कि थाना में उनलोगों के साथ मारपीट की गई।

    इसके बाद तो ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा और उग्र ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति ने काफी विकराल रूप धारण कर लिया। पुलिस को किसी तरह वहां से भागना पड़ा। माहौल बिगड़ता देख जवानों की ओर से करीब सात चक्र गोलियां चलाई गईद्ध फायरिंग के बाद भीड़ तितर-बितर हो गई। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला। देर शाम तक पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।

    यह भी पढ़ेंः रांची में सांप्रदायिक तनाव, तोड़फोड़-पत्थरबाजी

    यह भी पढ़ेंः रांची में स्थिति सामान्य पर लोग अब भी हैं भयभीत