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    Draupadi Murmu : आसान नहीं रहा द्रौपदी मुर्मू का जीवन...कम उम्र में पति को खोया, उसे बाद हुई दो बेटों की मृत्यु, फिर भी नहीं मानी हार

    By Sanam SinghEdited By:
    Updated: Wed, 22 Jun 2022 04:49 PM (IST)

    Draupadi Murmu News शुरुआत से ही द्रौपदी मुर्मू का जीवन संघर्षों से भरा रहा। अगर वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह इस सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली पहली होगी जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ है। उनका जन्म मयूरभंज जिले के उपरबेरा गांव में हुआ था।

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    President Election: राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनते ही द्रौपदी मुर्मू को मिली जेड प्लस सुरक्षा।

    जमशेदपुर : एनडीए समर्थित राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए रायरंगपुर से रायसीना हिल्स (राष्ट्रपति भवन) तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। शुरुआत से ही उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। अगर वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह इस सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली पहली होगी, जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ है। उनका जन्म 20 जून 1958 को मयूरभंज जिले के उपरबेरा गांव में बिरंची नारायण टुडू के घर पर हुआ था। उनके पिता पंचायत के मुखिया रह चुके हैं। द्रौपदी संथाल आदिवासी हैं।

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    कम उम्र में हो गया था पति का निधन

    द्रौपदी मुर्मू की शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई थी, लेकिन असमय ही पति की मृत्यु हो गई। उनकी तीन संतानें थी। दो बेटा और एक बेटी। दोनों बेटों की असमय मौत के कारण वह एक समय टूट चुकी थी। लेकिन सीने पर पत्थर रख खुद को संभाला और सामाजिक कार्य में खुद को झोंक दिया। उनके एक बेटे लक्ष्मण मुर्मू की मौत भुवनेश्वर में 25 अक्टूबर 2010 में हो गई थी। उस समय उनकी उम्र 25 साल थी। अपनी मौत से एक रात पूर्व वह भुवनेश्वर में अपने दोस्तों के साथ एक होटल में डिनर करने गए ते। वहीं से लौटने के बाद अचानक उनकी तबीतय खराब हो गई। तब लक्ष्मण भुवनेश्वर में अपने चाचा के घर पर रहते थे। उन्होंने घर लौटकर सोने की इच्छा जाहिर की। सुबह जब दरवाजा नहीं खुला तो घरवालों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

    भुवनेश्वर में रहती है इतिश्री मुर्मूद्रौपदी की एकमात्र जीवित संतान इतिश्री मुर्मू फिलहाल भुवनेश्वर में रहती है, जहां वह यूको बैंक में कार्यरत है। उनकी शादी रायरंगपुर के ही रहने वाले गणेशचंद्र हेंब्रम से हुई है। इन दोनों की एक बेटी है, जिनका नाम आद्याश्री है।

    राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनते ही मिली जेड प्लस सुरक्षा

    भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के तौर पर जैसे ही द्रौपदी मुर्मू की नाम की घोषणा हुई, उन्हें जेड प्लस सुरक्षा प्रदान कर दी गई। सुबह होते ही रायरंगपुर स्थित उनके आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। रांची से पहुंची सीआरपीएफ की टीम ने उन्हें अपने घेरे में ले लिया।

    क्या होता है जेड प्लस सुरक्षा

    देश के राजनेताओं के अलावा बड़ी शख्सियतों को आमतौर पर जेड प्लस, जेड, वाई और एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है। इनमें इनमें केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज, प्रसिद्ध नेता और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं।

    सभी तरह की सुरक्षा में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी), नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी), इंडियन-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स(सीआरपीएफ) की एजेंसियां को शामिल किया जाता है। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को जो जेड प्लस सुरक्षा दी गई है, वह सबसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है।