Jamshedpur Womens University की पहली कुलपति बनी डॉ अंजिला गुप्ता, जानिए पहले कहां थी पदस्थापित
Dr. Anjila Gupta became VC of Jamshedpur Womens University कुलाधिपति झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने डा. अंजिला गुप्ता का मनोनयन किया है। वह अभी रिटयर है रिटायरमेंट से पहले डॉ अंजिला गुप्ता गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर की कुलपति थी।

जासं, जमशेदपुर : लगभग तीन साल बाद जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय(Jamshedpur Womens University ) को पहला कुलपति सोमवार को मिल गया। इस विश्वविद्यालय की पहली कुलपति के रूप में कुलाधिपति झारखंड के राज्यपाल ने डा. अंजिला गुप्ता का मनोनयन किया है। वह फिलहाल रिटायर है। इससे पहले डॉ अंजिला गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर की कुलपति के पद पर पदस्थािपत थी। इसके साथ इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय में इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर रही है। पूर्व में डा. गुप्ता सीयू में साल 2004-05 में पदस्थ रह चुकी हैं। डा. गुप्ता बनारस हिंदु यूनिवर्सिटी से सीनियर रिसर्च फैलो होने के साथ यूजीसी नेट क्वालीफाई और गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुकी हैं।
राष्ट्रपति के साथ डॉ अंजिला
रुसा की प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड की बैठक में जमशेदपुर वीमेंस कालेज को अपग्रेड करते हुए महिला विश्वविद्यालय बनाया गया था
मालूम हो कि नई दिल्ली में आठ फरवरी 2017 को आयोजित रुसा की प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड की बैठक में जमशेदपुर वीमेंस कालेज को अपग्रेड करते हुए महिला विश्वविद्यालय का प्रस्ताव पारित किया गया था। उस समय कॉलेज में जमकर जश्न मनाया गया था। सिदगोड़ा में 22 एकड जमीन में जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का बड़ा सा कैंपस 22 एकड़ में बनकर तैयार है। इस कैंपस का शिलान्यास तीन फरवरी 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर स्थित एसकेआईसीसी से किया था। तीन साल के अंदर इस भवन निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया। जमशदेपुर महिला विश्वविद्यालय के प्रस्ताव 27 दिसंबर 2018 को झारखंड विधानसभा ने पारित किया था। उसके बाद तत्कालीन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड राज्य विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम 2018 को अनुमोदित कर दिया। उसके बाद से ही यहां कुलपति की खोज होने लगी थी। जुलाई 2021 को कुलपति का विज्ञापन प्रकाशित हो गया।
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के लिए स्वीकृत हुए थे 89 करोड़
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के लिए कुल 89 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। इसमें रुसा के कंपोनेंट वन के तहत 55 करोड़ रुपए वीमेंस कालेज को विश्वविद्यालय के रूप अपग्रेड करने के लिए स्वीकृत हुए थे। इसमें से रुसा के प्रावधानों के तहत 33 करोड़ रुपए का अंशदान केंद्र सरकार द्वारा तथा 22 करोड़ का अंशदान राज्य सरकार द्वारा किया गया था। इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से 500 बेड के छात्रावास के निमाण के लिए अतिरिक्त 34 करोड़ रुपए दिए गए थे।
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