World Brain Tumor day: सिर दर्द को न करें नजरअंदाज, हो सकता है ब्रेन ट्यूमर का लक्षण, हर साल कई गवां रहे जान
आज वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे है। इसका मकसद इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना है जिसकी चपेट में आकर हर साल हजारों की जानें जा रही हैं। दुनिया भर में हर साल 8 जून के दिन को विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अमित तिवारी, जमशेदपुर। अगर आपके सिर में लगातार दर्द रहता है या फिर बोलने और सुनने में परेशानी हो रही है, तो उसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है।
खुद से खुद का न करें इलाज
ऐसा देखा जाता है कि जब सिरदर्द होता है, तो लोग अक्सर किसी मेडिकल दुकान से दवा खरीद कर खा लेते हैं, लेकिन ऐसा होने पर स्वयं उपचार करना घातक साबित हो सकता है। इसका उदाहरण सोनारी निवासी प्रभुनाथ सिंह हैं।
इनके सिर में तेज दर्द होता था। ऐसी स्थिति में स्वयं दवा खरीदकर खा लेते थे। लगभग सात साल तक इसी तरह दवा खाते रहे। एक दिन जब स्थिति गंभीर हो गई, तो वह चिकित्सक के पास पहुंचे। चिकित्सकों ने सिटी स्कैन कराया तो पता चला कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर है।
मिर्गी के दौरे आते रहे फिर ब्रेन ट्यूमर होने का पता चला
इसी तरह घाटशिला निवासी हेमंत महतो को मिर्गी जैसे अटैक आता था। सबसे पहले उन्हें ओझा-गुणी के पास ले जाया गया, लेकिन जब ओझा-गुणी को दिखाने से भी आराम नहीं मिला, तो गांव के ही एक चिकित्सक के पास ले जाया गया, लेकिन फिर भी कोई आराम नहीं मिला, बल्कि उसके बाद भी मिर्गी के दौरे आते रहे। इसी बीच वह जमशेदपुर पहुंचे। यहां जांच हुई, तो ब्रेन ट्यूमर की पुष्टि हुई।
ब्रेन ट्यूमर के मरीजों की बढ़ रही संख्या
यहां बताते चले कि वर्तमान में इस तरह के मरीजों की संख्या शहर में लगातार बढ़ रही है। ब्रेन ट्यूमर का इलाज टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) व ब्रह्मानंद अस्पताल में होता है। यहां का आंकड़ा देखा जाए तो हर माह 60 से अधिक रोगी ब्रेन ट्यूमर से संबंधित ही पहुंच रहे हैं। ऐसे में सावधानी अति आवश्यक है।
किसी भी उम्र में हो सकता है ब्रेन ट्यूमर
ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है। हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ इसकी संभावना और भी अधिक बढ़ जाती है। डब्लूएचओ के अनुसार, भारत में प्रतिवर्ष ब्रेन ट्यूमर के 28 हजार मामले सामने आते हैं। वहीं, 24 हजार से अधिक लोगों की प्रतिवर्ष इस रोग से मृत्यु हो जाती है। ऐसे में इसकी पहचान समय पर होना अति आवश्यक है। अन्यथा बीमारी गंभीर रूप ले लेती है।
क्या है ब्रेन ट्यूमर
मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं की एक गांठ है। इसे प्राथमिक और द्वितीय ब्रेन ट्यूमर में वर्गीकृत किया जाता है। प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण ही बनता है, जबकि द्वितीय ब्रेन ट्यूमर शरीर के किसी अन्य हिस्से में उत्पन्न होता है और इसकी कोशिकाएं मस्तिष्क तक फैल जाती हैं।
ब्रेन ट्यूमर के कारण
- जेनेटिक
- रेडिएशन
- अधिक उम्र
- पुरुषों में अधिक होना
- सिर पर चोट लगना
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
- लगातार सिरदर्द होना
- उल्टी और जी मिचलाना
- बोलने, सुनने या देखने की क्षमता में परिवर्तन
- थकान, दिनभर नींद आना
- रोगी को दौरे आना
न्यूरो सर्जन डा. राजीव महर्षि कहते हैं, ब्रेन ट्यूमर के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इसके लक्षण सामने आते ही संबंधित चिकित्सक को तत्काल दिखाना चाहिए।