जमशेदपुर के चांडिल में डायरिया से दो लोगों की मौत, दर्जनों बीमार; स्वास्थ्य विभाग की टीम पहंची गांव
चांडिल प्रखंड के रेयारदा गांव में दूषित पानी पीने से डायरिया फैल गया जिससे दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक 12 वर्षीय छात्रा भी शामिल है। गांव में डायरिया का प्रकोप तीन दिनों से जारी है जिससे ग्रामीणों में दहशत है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंचकर प्रभावित लोगों का इलाज कर रही है और पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।

संवाद सूत्र, चांडिल। चांडिल प्रखंड के सुदूरवर्ती मातकमडीह पंचायत के रेयारदा गांव में चुएं का दूषित पानी पीने से डायरिया फैल गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग इसकी चपेट में आ गए हैं।
मृतकों में 12 वर्षीय छात्रा गांगी सरदार और 50 वर्षीय मंगल सरदार शामिल हैं। गांव में पिछले तीन दिनों से डायरिया का प्रकोप जारी है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
गांव में डायरिया का पहला मामला शनिवार को सामने आया, जब कुछ लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई।
यादव सरदार के परिवार के पांच सदस्य, जिनमें उनकी बेटी गांगी सरदार, पत्नी गुरुवारी सरदार और भाभी गुरुवारी सरदार शामिल थे, चुएं का पानी पीने के बाद बीमार पड़ गए।
सोमवार को इलाज के दौरान 12 वर्षीय गांगी सरदार की मौत हो गई, जिसके बाद बीमारी ने गांव के अन्य घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
देखते ही देखते मंजरी सरदार (55), पांडू सरदार (48), सोनिया सरदार (45), वृहस्पति सरदार (45) और सोनिया सरदार (40) को भी उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी।
स्थानीय लोगों की मदद से इन सभी को सरायकेला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार सुबह मंगल सरदार की भी तबीयत बिगड़ने लगी और दोपहर में इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही मातकमडीह पंचायत के मुखिया सुखलाल मांझी ने तत्काल चांडिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. हांसदा शोभेन्द्र शेखर को जानकारी दी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची गांव
सूचना मिलते ही मंगलवार दोपहर को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और प्रभावित लोगों का इलाज शुरू किया। टीम ने यादव सरदार और गुरुवारी सरदार को घर पर ही स्लाइन चढ़ाया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए पानी के सैंपल भी एकत्र किए हैं।
मंगल सरदार की मौत से उनके तीन बच्चे अनाथ हो गए हैं। उनकी पत्नी का पहले ही देहांत हो चुका था। मुखिया सुखलाल मांझी ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद बच्चों के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने प्रशासन से पीड़ित परिवार को पारिवारिक लाभ योजना के तहत मुआवजा देने की मांग की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।