Dengue: जमशेदपुर में बढ़ रहे डेंगू के मरीज, इन लक्षणों को न करें इग्नोर; नोट कर लें बचाव के ये तरीके
जमशेदपुर में डेंगू ने फिर दस्तक दी है जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट में पांच नए मामलों की पुष्टि हुई है। सिविल सर्जन ने अस्पतालों को सतर्क रहने और संदिग्ध मामलों की तुरंत सूचना देने का निर्देश दिया है। स्थानीय लोगों ने विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। डेंगू से बचाव के लिए साफ-सफाई और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर में डेंगू ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। गुरुवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट में पांच लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जबकि सात अन्य संदिग्ध मरीजों की पहचान की गई है।
इस सीजन में अब तक कुल 14 डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और निर्देश दिया है कि जैसे ही डेंगू संदिग्ध मरीज सामने आएं, उसकी तत्काल सूचना विभाग को दें।
रिपोर्ट के अनुसार, जिन पांच मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, उनमें से चार छोटा गोविंदपुर के शेषनगर और बालाजी नगर के निवासी हैं, जबकि एक बिरसानगर क्षेत्र से है। सभी का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल और मानगो के गुरुनानक अस्पताल में चल रहा है।
सात संदिग्ध मरीजों के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं। 2023 में डेंगू का जबरदस्त विस्फोट हुआ था, जिसके मुकाबले इस वर्ष अभी तक संख्या कम है, लेकिन लगातार बढ़ते मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
डेंगू के डराते आंकड़े
- 2021 : 44
- 2022 : 33
- 2023 : 1476
- 2024 : 443
- 2025 : 14 (अबतक)
विभाग की कार्रवाई पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों में विभाग की लापरवाही को लेकर नाराजगी है। जिला परिषद सदस्य डॉ. परितोष सिंह ने खुद गोविंदपुर क्षेत्र में एंटी लार्वा छिड़काव अभियान शुरू करवाया। उन्होंने कहा कि हर साल यही क्षेत्र डेंगू का केंद्र बनता है।
जलजमाव, गंदगी और साफ-सफाई की कमी बनी रहती है। बावजूद इसके विभाग समय रहते सक्रिय नहीं होता। जब मरीज बढ़ने लगते हैं, तब खानापूर्ति शुरू होती है। यह सब 'आग लगने पर कुआं खोदने' जैसा है।
डेंगू क्या है और कैसे फैलता है?
डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो एडीज एजिप्टाई नामक मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन में काटता है और साफ पानी में पनपता है, जैसे कूलर, गमले, टायर आदि।
डेंगू के प्रमुख लक्षण
- तेज बुखार
- सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द (हड्डी तोड़ बुखार)
- भूख में कमी, थकावट
- उल्टी, त्वचा पर चकत्ते
- प्लेटलेट्स की कमी
इलाज क्या है?
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. आरएल अग्रवाल ने बताया कि डेंगू का कोई विशेष एंटीवायरल इलाज नहीं है। मरीज को भरपूर आराम, तरल पदार्थ और पैरासिटामोल दी जाती है। एस्पिरिन और ब्रूफेन जैसी दवाएं नहीं लेनी चाहिए। प्लेटलेट्स की सतर्क निगरानी जरूरी है। गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती अनिवार्य है।
बचाव ही सबसे कारगर उपाय
- मच्छर से बचाव के लिए घर के आसपास साफ-सफाई रखें।
- कूलर, टायर, गमले जैसे स्थानों में पानी जमा न होने दें।
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी और रिपेलेंट का प्रयोग करें।
- घरों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराएं।
जहां भी डेंगू के मामले मिल रहे हैं, वहां त्वरित कार्रवाई की जा रही है। एंटी लार्वा छिड़काव और जागरूकता अभियानों में तेजी लाई गई है। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी लक्षण की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। - डॉ. साहिर पाल, सिविल सर्जन
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