डेंगू के बाद अब मलेरिया का कहर, कर्मचारियों की छुट़टी रद Jamshedpur News
पूर्वी सिंहभूम में डेंगू ने महामारी का रूप ले लिया है। यहां डेंगू मरीजों की संख्या 53 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही मलेरिया का कहर भी जारी है।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर शहर में डेंगू बुखार के साथ ही अब मलेरिया भी महामारी का रूप ले चुका है। गुरुवार को एक दर्जन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इनका इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। ये मरीज सोनारी, कदमा, टेल्को, मानगो सहित अन्य क्षेत्रों के रहने वाले हैं।
जिले में अबतक 65 मरीजों की हुई पुष्टि, लगातार बढ़ रहे मरीज
शहर में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। विभाग द्वारा महामारी घोषित कर दिया गया है। इससे निपटने को लेकर कर्मचारियों की छुïट्टी भी रद कर दी गई है और विशेष अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथा ही एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग भी किया जा रहा है। इसके बावजूद मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। शुक्रवार को डेंगू के 12 नए मरीजों की पुष्टि हुई। वहीं 15 मरीजों का नमूना लेकर महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच के लिए भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट सोमवार तक आने की उम्मीद है। इन सारे मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। पूर्वी सिंहभूम जिले में अबतक 237 लोगों की जांच हुई है, जिसमें 65 डेंगू के मरीज मिले है। इसबार शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों से भी मरीज आ रहे है।
20 मरीज दूसरी जगहों से लेकर आए डेंगू
पूरे प्रदेश में सबसे अधिक डेंगू का प्रकोप जमशेदपुर में ही देखा जाता है। इसलिए यहां विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. एके लाल ने बताया कि डेंगू रोग को लेकर विभाग दिन-रात जुटा हुआ है। अब तक के आंकड़े पर गौर किया जाए तो करीब 20 लोग वैसे हैं जो बैंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों से डेंगू लेकर जमशेदपुर पहुंचे है।
मून सिटी में डेंगू के पांच नए मरीज मिले
डिमना रोड स्थित मून सिटी में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही हैं। अबतक एक दर्जन से अधिक लोग चपेट में आ चुके है। शुक्रवार को भी पांच नए मरीज सामने आए। इसमें शेखर सुमन (34), गुंजन सिंह (30), ममता पोद्दार (35), दिलीप मिश्रा (43), रेखा शर्मा (37) शामिल है। इससे पूर्व भी सात लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वहां जाकर मरीजों की जांच, एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग किया था। मून सिटी परिसर के गार्डन में एक गढ़ा खोदकर छोड़ दिया गया है, जिसमें पानी का जमाव हो रहा है। यहां से भारी मात्रा में डेंगू का लार्वा पाया गया था।
इन सभी जगहों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष अभियान चला रही है। इस दौरान लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग किया जा रहा है। पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 44 से बढ़कर 53 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही गुरुवार को जिला मलेरिया विभाग की तरफ से 'मास फीवर सर्वे' की भी शुरुआत की गई। पहले दिन विभिन्न प्रखंडों में कुल 462 मरीजों की जांच की गई। इसमें 24 मलेरिया मरीजों की पुष्टि हुई। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. एके लाल ने बताया कि बरसात के मच्छरजनित बीमारियां बढ़ जाती हैं। इससे निपटने के लिए विभाग हर संभव प्रयासरत है। लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है।
डेंगू मरीजों की संख्या बढऩे से विभाग चिंतित
डेंगू मरीजों की संख्या बढऩे से स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। इसे लेकर जल्द ही टाटा नगर स्टेशन पर विशेष जांच शिविर का लगेगा। टाटानगर रेलवे स्टेशन के पदाधिकारियों के अनुसार जांच शिविर को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों ने उनसे संपर्क किया है।
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