Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    World Elephant Day : पसंदीदा भोजन-पानी की प्रचुरता के कारण हाथियों के लिए स्वर्ग है दलमा

    By Rakesh RanjanEdited By:
    Updated: Thu, 12 Aug 2021 07:41 AM (IST)

    World Elephant Day विश्व प्रसिद्ध दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में नाना प्रकार के दुर्लभ पशु-पक्षी के अलावा जड़ी-बूटी पाए जाते हैं। दलमा के घने जंगलों में ...और पढ़ें

    Hero Image
    दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी 193 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है।

    मनोज सिंह, जमशेदपुर। दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी कई पहाड़ियों को मिलाकर 193 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। हाथियों के लिए विश्व प्रसिद्ध दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में नाना प्रकार के दुर्लभ पशु-पक्षी के अलावा जड़ी-बूटी पाए जाते हैं। दलमा के घने जंगलों में प्रचुर मात्रा में भोजन-पानी की उपलब्धता हाथियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इसके अलावा दलमा पहाड़ी के पर हाथियों के लिए बनाए गए बांध, तालाब, चेकडैम व वाटर होल के कारण सालों भर पानी उपलब्ध रहता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यही नहीं, दलमा में हाथियों का सबसे पसंदीदा भोजन भी बहुतायत में पाया जाता है। जिसमें बरगद, पीपल, कटहल के पौधे तो हैं ही, सबसे स्वादिष्ट माना जाने वाला जंगली अमरूद, मोहलान के पत्ते, बेल, बांस, गुल्लड़ की बहुतायत के कारण हाथियों के लिए स्वर्ग है। यही वजह है कि आेडिशा एवं बंगाल से भी हाथी यहां खिंचे चले आते हैं।

    दलमा मिलने वाला हाथियों का पसंदीदा भोजन

    हाथियों के लिए संरक्षित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के अंदर पश्चिम बंगाल, ओडिशा से लेकर छत्तीसगढ़ से भी हाथियों के झुंड का आना-जाना लगा रहता है। दलमा के डीएफओ डा. अभिषेक कुमार कहते हैं कि दलमा के अंदर बरगद, पीपल, कटहल के पौधे तो हैं ही, सबसे स्वादिष्ट माना जाने वाला जंगली अमरूद, मोहलान के पत्ते, बेल, बांस, गुलड़, अर्जुन आदि के पौधे काफी संख्या में हैं। यही कारण है कि दूसरे प्रदेशों से हाथियों के झुंड दलमा आते है।

    दलमा की वादियों में गूंज रही हाथियों की चिंघाड़

    दलमा के घने जंगल हाथियों की चिंघाड़ से गुंजायमान हैं। दलमा के रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि बुधवार को दलमा के अंदर आमदा पहाड़ी, सुकलाड़ा, झुंझका, कुईयानी आदि जंगलों में हाथियों के झुंड विचरण कर रहे हैं। रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि दलमा में 150 से अधिक हाथी रहते हैं। लेकिन वाटर होल सर्वे में हाथियों की संख्या कम होते हैं, क्योंकि वैसे हाथियों की गणना इसमें होती है, जो वाटर होल के पास आया हो।

     फैक्ट फाइल

    • दलमा का क्षेत्रफल - 193 स्क्वायर किमी
    • अभ्यारण्य की स्थापना - 1975 में
    • दलमा के अंदर - 85 गांव बसे हैं
    • दलमा में दो पालतू हाथी हैं- रजनी व चंपा
    • हाथी प्रतिदिन - 150 से 200 किलो खाना खाते हैं
    • हाथी प्रतिदिन - 100 से 150 लीटर पानी पीते हैं
    • दलमा में - 78 वाटर होल है
    • दलमा में - 46 चेकडैम व तालाब हैं
    • वाटर होल सर्वे के अनुसार दलमा में हाथियों की संख्या

    वर्ष- हाथियों की संख्या

  • 2019 - 66 हाथी
  • 2020- 76 हाथी
  • 2021 - 87 हाथी