NIT की साइट पर पाकिस्तानी साइबर अटैक, लगाया भारत विरोधी नारा; जला हुआ तिरंगा दिखाया
देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में शुमार राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) जमशेदपुर की आधिकारिक वेबसाइट पाकिस्तानी हैकरों का निशाना बन गई।टीम इनसेन पाकिस्तान नामक समूह ने संस्थान के अचीवर्स पेज को हैक कर उस पर तिरंगा जलाने की एक भड़काऊ तस्वीर लगा दी और भारत विरोधी आपत्तिजनक बातें लिखीं। हैकरों ने पेज पर पाकिस्तान जिंदाबाद और होक्स 1337 के द्वारा हैक का संदेश छोड़ा जिससे संस्थान में हड़कंप मच गया।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में शुमार राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) जमशेदपुर की आधिकारिक वेबसाइट पाकिस्तानी हैकरों का निशाना बन गई। 'टीम इनसेन पाकिस्तान' नामक समूह ने संस्थान के 'अचीवर्स पेज' को हैक कर उस पर तिरंगा जलाने की एक भड़काऊ तस्वीर लगा दी और भारत विरोधी आपत्तिजनक बातें लिखीं। हैकरों ने पेज पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' और 'होक्स 1337 के द्वारा हैक' का संदेश छोड़ा, जिससे संस्थान में हड़कंप मच गया।
क्या है पूरा मामला?
एनआइटी जमशेदपुर अपनी वेबसाइट के 'अचीवर्स पेज' पर संस्थान का नाम रोशन करने वाले छात्रों की उपलब्धियों को प्रदर्शित करता है। पाकिस्तानी हैकरों ने इसी पेज को निशाना बनाया। उन्होंने पेज का पूरा स्वरूप बदलकर उस पर एक तस्वीर लगा दी, जिसमें कुछ लोग भारतीय ध्वज तिरंगे को जलाते हुए दिख रहे हैं। इसके साथ ही बड़े-बड़े अक्षरों में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' और ‘टीम इनसेन पाकिस्तान’ लिखा गया।
हैकरों ने अपनी पहचान बताते हुए '! हैक्ड बाई होक्स 1337' भी लिखा। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी करतूत को इंटरनेट मीडिया पर प्रचारित करने के लिए अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल का लिंक 'X.com/Team_insane_pk1' भी दिया और साइबर सुरक्षा का मजाक उड़ाते हुए लिखा, 'सुरक्षा सिर्फ एक भ्रम है।'
पहले भी कर चुका है ऐसी हरकतें
'होक्स 1337' और 'टीम इनसेन पाकिस्तान' एक हैक्टिविस्ट (राजनीतिक उद्देश्य से हैकिंग करने वाला) समूह है, जो पहले भी कई भारतीय सरकारी और शैक्षणिक वेबसाइटों को निशाना बना चुका है। इसका मकसद तकनीकी चोरी नहीं, बल्कि भारत विरोधी एजेंडा फैलाना और साइबर जगत में अपनी धौंस जमाना होता है।
भारतीय वेबसाइटों को निशाना बनाया
यह पहली बार नहीं है जब ‘होक्स 1337’ ने भारतीय वेबसाइटों को निशाना बनाया। मई 2025 में इस समूह ने सेना पब्लिक स्कूल नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइटों पर सेंध लगाने की कोशिश की थी। हैकरों ने वहां भी पाहलगाम आतंकी हमले का मजाक उड़ाते हुए आपत्तिजनक सामग्री डाली थी। इसके अलावा, सैन्य कर्मियों की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी वेबसाइट और भारतीय वायुसेना के दिग्गजों की वेबसाइट भी उनके निशाने पर थीं। हालांकि, भारतीय सेना की साइबर सुरक्षा प्रणाली ने इन हमलों को नाकाम कर दिया था।
सुरक्षा में चूक पर उठे बड़े सवाल
यह घटना एनआइटी जैसे शीर्ष तकनीकी संस्थान की साइबर सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। आखिर कैसे देश के सबसे प्रतिभाशाली इंजीनियर तैयार करने वाले संस्थान की वेबसाइट के सुरक्षा कवच को हैकर इतनी आसानी से भेदने में कामयाब हो गए? क्या वेबसाइट के सॉफ्टवेयर को समय पर अपडेट नहीं किया गया था या सुरक्षा ऑडिट में कोई लापरवाही बरती गई?
ये है तकनीकी खामी के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि अक्सर ऐसी हैकिंग वेबसाइट में मौजूद किसी पुरानी तकनीकी खामी या कमजोर पासवर्ड के कारण होती है। इस पूरे मामले पर एनआइटी प्रबंधन ने कहा है कि घटना की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है। वेबसाइट को ठीक करने और सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए तकनीकी टीम काम कर रही है।
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