चम्पाई सोरेन का हेमंत सरकार पर हमला, बोले- सिदो कान्हू के वंशज को सम्मान देने के बजाय बरसाई गई लाठियां
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने भोगनाडीह हूल दिवस पर हुए लाठीचार्ज की घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सिदो कान्हू के वंशजों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सरकार ने लाठीचार्ज किया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। सोरेन ने झारखंड सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार विद्यार्थियों की शिक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है और हर मोर्चे पर नाकाम है।

जागरण संवाददाता, घाटशिला। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चम्पाई सोरेन ने भोगनाडीह हूल दिवस के दिन हुए लाठीचार्ज की घटना को लेकर हेमंत सरकार की तीव्र आलोचना की।
चम्पाई सोरेन ने कहा कि भोगनाडीह वीर शहीद सिदो कान्हू का गांव है। वहां से ही क्रांति का बिगुल फूंका गया था। उस दिन वहां कोई राजनीतिक दल का मीटिंग नहीं था। सिदो कान्हू हूल फाउंडेशन और आतु माझी बायसी का आयोजन था। वह कोई पॉलिटिकल नहीं था।
सिदो कान्हू के वंशज हर साल उसका आयोजन करते थे। ये सरकार की विफलता है जो उस परिवार को सम्मान नहीं देकर परिवार पर लाठी बरसाया गया। झारखंड में इससे दुर्भाग्य क्या हो सकता है।
चम्पाई सोरेन रविवार को चाकुलिया जाने के क्रम में फुलडूंगरी चौक पर कुछ देर रुके व समर्थकों से मुलाकात की। इस क्रम में चम्पाई सोरेन ने झारखंड सरकार के नीतियों की जमकर आलोचना की है।
विद्यार्थियों के प्रति सरकार का भी दायित्व
विभिन्न डिग्री कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद होने के मसले पर पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन ने कहा की विद्यार्थियों के प्रति राज्य सरकार का भी दायित्व है। आज राज्य सरकार को ये व्यवस्था करना चाहिए की कैसे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो। सिर्फ दूसरों को दोष देने से नहीं चलता है। आज आप देख रहे है की ये गठबंधन सरकार हर चीज में विफल है।
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