Maiya Samman Yojana: मंईयां सम्मान योजना में आ गई नई समस्या, अब क्या करेगी हेमंत सरकार?
होली से पहले मंईयां सम्मान योजना में भारी गड़बड़ी सामने आई है। इसे लेकर किश्त की राशि पाने से वंचित महिलाओं ने गम्हरिया अंचल अधिकारी के समक्ष हंगामा किया। उन्होंने अपनी समस्याओं के बारे में बताया और नए आवेदकों को एक भी किश्त नहीं मिलने की जानकारी दी। अंचल अधिकारी ने आश्वासन दिया कि पोर्टल खुलते ही जांच की जाएगी।
संवाद सूत्र, गम्हरिया (झारखंड)। Jharkhand News: होली से पहले मंइयां सम्मान योजना के किस्त की राशि पाने से वंचित महिलाओं ने गम्हरिया अंचल अधिकारी के समक्ष हंगामा करते हुए शिकायत की। इस दौरान महिलाओं ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए किश्त की राशि नहीं मिलने तथा नए आवेदकों को अबतक एक भी किश्त नहीं पाने के बावत जानकारी ली।
अधिकारी बोले- पोर्टल ही हो गया है बंद
इस दौरान अंचल अधिकारी ने सभी को समझा बुझाकर आश्वासन देते हुए घर जाने को कहा। उन्होंने बताया कि फिलहाल पोर्टल अभी बंद है जिस कारण कुछ भी जानकारी दे पाना सम्भव नहीं है। पोर्टल बन्द होने के कारण उसमें किसी तरह का सुधार भी अभी नही किया जा सकता है।
उन्होंने पोर्टल खुलते ही जांच करने का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने इस योजना का लाभ पाने से वंचित महिलाओं को अपना आधार कार्ड और राशन कार्ड जमा करने को कहा ताकि पोर्टल खुलते ही उसकी जांच की जा सके।
जिन महिलाओं को मिले पैसे उन्होंने होली पर जमकर की खरीदारी
मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में सरकार ने इस बार तीन माह की राशि एक साथ भेजी है। इसलिए महिलाओं ने होली पर खुलकर खरीदारी की। कई वर्षों से गांवों में सुनने को मिलता था कि पैसे के अभाव में होली फीकी रही। लेकिन, इसबार मंइयां सम्मान की राशि ने सारी शिकायतें दूर कर दीं। उधर, लातेहार में महाशिवरात्रि से होली तक चलने वाला मेला गुरुवार को अंतिम चरण में पहुंचा दिखाई दिया।
मेले में महिलाओं व बच्चों की काफी भीड़ नजर आई। लातेहार बाजारटांड़ परिसर से लेकर जायत्री नदी तक मुख्य पथ तक भीड़ नजर आई। महिलाएं दैनिक उपयोग की सामग्री, सजावट सामग्री व रंग-अबीर खरीदारी करती नजर आईं। दो बच्चों का हाथ पकड़ कर बड़ा झोला टांग कर रही चल रही विमला देवी से पूछने पर बताया कि मांजर गांव से मेले में खरीदारी के लिए आई हैं।
मंईयां सम्मान योजना की राशि से बच्चों के लिए कपड़ा भी खरीदा
मंईयां सम्मान की राशि आने पर प्रज्ञा केंद्र जाकर पांच हजार रुपये की निकासी की। अब घर के लिए सामान व बच्चों के लिए कपड़ा खरीद कर ले जाएंगी। दो बेटियों के साथ मेले में पहुंचीं कविता देवी कपड़ों की खरीदारी करती मिलीं।
बताया, पहले होली में खरीदारी के लिए पति विजय आया करते थे, लेकिन मंइयां सम्मान की राशि मिलने के बाद सबसे पहले उसने ग्रामीण बैंक जाकर पैसा निकासी की। इसके बाद दोनों बेटियों को लेकर लातेहार आ गई। बेटियों के लिए कपड़े खरीद लिए हैं। अब अपने लिए साड़ी और पति के लिए शर्ट और कुछ खाने-पीने का सामान लेकर घर लौटेंगी।
इसी तरह गोवा-मोंगर गांव से आईं सुनीता देवी, जालिम गांव से आईं रतिया देवी, उदयपुरा गांव की ललिता देवी ने बताया कि इस बार मंईयां सम्मान की राशि आने के बाद खुद बाजार आकर खरीदारी कर रही हैं। होली को लेकर इस वर्ष बाजार में धनवर्षा से दुकानदार हर्षित नजर आए।
अच्छी बिक्री से दुकानदारों के चेहरे खिले रहे दुकानों पर ग्राहकों के साथ किसी प्रकार का विवाद होता नहीं दिखाई पड़ा। दुकानदार जगन प्रसाद ने कहा कि वे बीते कई वर्षों से मेले में दुकान लगाते रहे हैं लेकिन इस बार की दुकानदारी खास रही।
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