फ्लाइट में फीमेल स्टाफ ही क्यों होती है? खूबसूरती नहीं, यह वजह है जनाब
कभी आपने सोचा है कि प्लेन में सिर्फ खूबसूरत महिलाओं को ही एयरहोस्टेस क्यों बनाया जाता है। क्यों पुरुषों को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। तो जनाब आज आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि खूबसूरती नहीं किसी और कारण से महिलाओं को केबिन क्रू मेंबर बनाया जाता है।

जमशेदपुर : आपने फ्लाइट में तो सफर किया होगा। अगर किया है तो कई बार आपके दिमाग में यह सवाल जरूर कौंधता है कि खूबसूरत महिलाएं ही क्यों एयर होस्टेस होती है। आखिर केबिन क्रू में पुरुषों को प्राथमिकता क्यों नहीं दिया जाता। अक्सर लोग यही सोचते हैं कि ग्राहकों को लुभाने के लिए एयरलाइंस कंपनियां ऐसा करती है। कई लोग इसे ग्लैमर से भी जोड़कर देखते हैं। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप भी गलत हैं। आईए, आज हम आपको इसके पीछे की कहानी बताते हैं।
दुनिया की प्रत्येक एयरलाइंस कंपनियां महिलाओं को देती हैं प्राथमिकता
जब आप फ्लाइट में सफर करते हैं तो यात्रा के दौरान यात्रियों की मदद करने के लिए खूबसूरत एयर होस्टेस (Air Hostess) होती हैं। वह बड़े अदब से आपकी मेजबानी करती है। आपके हरेक परेशानी का ख्याल रखती है। आम तौर पर फ्लाइट अटेंडेंट के तौर पर महिलाओं को ही प्राथमिकता दी जाती है। सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया की एयरलाइंस कंपनियां फ्लाइट अटेंडेंट के तौर पर महिलाओं को ही प्राथमिकता देती है। क्या आपको पता है, आखिर महिलाओं को ही एयर होस्टेस क्यों बनाया जाता है। आपको इसका जवाब नहीं पता है तो चिंतित होने की कोई बात नहीं है। हम आपके जेहन में उठ रहे सभी सवालों का आज जवाब देंगे।
एयर होस्टेस को ग्लैमर से जोड़कर ना देखें
पहले तो आप यह भ्रम दिमाग से हटा दें कि एयरलाइंस कंपनिया पुरुष फ्लाइट अटेंडेंट रिक्रूट नहीं करती है। पुरुष फ्लाइट अटेंडेंट की भी नियुक्ति होती है, लेकिन उनकी संख्या काफी कम है। कुछ चुनिंदा एयरलाइंस ही पुरुष फ्लाइट अटेंडेंट रखने की हिम्मत करते हैं। पुरुष फ्लाइट अटेंडेंट की नियुक्त करने वाली एयरलाइंस कंपनियों का तर्क है कि वह इन्हें ऐसी स्थिति में चुनती है, जहां ज्यादा बल व मेहनत की जरूरत होती है। लेकिन अभी भी किसी फ्लाइट का केबिन क्रू का काम ग्लैमर से ही जोड़कर देखने की परंपरा है।
महिला और पुरुष केबिन क्रू का अनुपात का फासला अधिक
अधिकतर विमानों में खूबसूरत महिलाएं की केबिन क्रू होती हैं। एक आंकड़े के मुताबिक पुरुष व महिला केबिन क्रू मेंबर का अनुपात 2/20 का है। हालांकि कुछ विदेशी एयरलाइंस में यही अनुपात 4/10 का है।हॉस्पिटेबिलिटी से जुड़े कामों के लिए युवतियों व महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में मैनेजमेंट स्किल अच्छा
अक्सर यह माना जाता है और यह सही भी है कि लोग पुरुष की अपेक्षा महिलाओं की बात ज्यादा ध्यान से सुनते है। फ्लाइट के जरूरी निर्देशों के पालन व सुरक्षा दिशानिर्देशों की बात बताने पर महिलाओं की बात पर ज्यादा गौर करते हैं। फ्लाइट के उड़ान के दौरान सर्विस पर विशेष ध्यान दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक मैनेजमेंट स्किल होता है। महिलाओं की सबसे बड़ी खासियत है कि वह किसी भी बात को ध्यानपूर्वक सुनती है। इसके लिए उन्हें पेशेवर तरीके से प्रशिक्षित भी किया जाता है।
पुरुषों की तुलना में अधिक विनम्र होती हैं महिलाएं
सबसे बड़ी बात पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा आकर्षक दिखती हैं। यात्रियों की अगवानी करना हो या गुड बाय, वह पुरुषों की तुलना में अधिक विनम्र होती हैं। यात्रियों की नजर में एयरलाइंस का इमेज बेहतर रहे, इसलिए भी महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है। दूसरी बात, पुरुषों से तुलना करें तो महिलाएं अधिक उदार और आकर्षक होती हैं जो कि केबिन क्रू के लिए जरूरी होता है। वह ग्राहकों की संतुष्टि का पूरा ख्याल रखती हैं।
पुरुषों की तुलना में वजन कम होना भी कारण
अामतौर पर यह देखा गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का वजन कम होता है। आपको यह अजीब लगे लेकिन यह सौ फीसद सच है कि कम वजन का मतलब है कि एयरलाइंस कंपनी को कम ईंधन खर्च करना पड़ेगा। इसलिए भी महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
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