Bank Locker Rules : आप भी जान लें, SBI, ICICI, Axis Bank, PNB के लॉकर का चार्ज, इससे क्या फायदा होता है
Bank Locker Rules कोई भी कीमती सामान सुरक्षित रखने के लिए बैंक से बेहतर जगह कोई नहीं होता। अगर आप भी किसी बैंक में लॉकर किराए पर लेना चाहते हैं तो उसके लिए आपको किराया देना होता है। अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग नियम होते हैं...

जमशेदपुर, जासं। आमतौर पर गहने-आभूषण, सोने हीरे समेत बेशकीमती कागजातों को सुरक्षित रखने के लिए बैंक लॉकर का इस्तेमाल होता है। इसके लिए बैंक को मासिक, त्रैमासिक व वार्षिक दर से शुल्क भी देना पड़ता है, जिसकी कीमत लॉकर के साइज पर निर्भर करती है।
आजकल बैंक इसके लिए नया तरीका अपना रहे हैं, जिसके तहत आपके लॉकर को बैंक खाते से जोड़ दिया जाता है। इससे बैंक अपनी सुविधानुसार मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक अवधि में खुद ब खुद लॉकर शुल्क काट लेती है। इसके साथ ही बैंक न्यूनतम 10 हजार रुपये का फिक्स्ड डिपोजिट भी कराते हैं, ताकि यदि आप बैंक खाता बंद भी कर दें तो बैंक को लॉकर का शुल्क मिलता रहे। पहले कई लोग लॉकर लेने के बाद विदेश चले जाते थे और अपना बैंक खाता बंद करा लेते थे। भले ही उन्होंने लॉकर पहले ही खाली कर दिया हो या भूल गए हों, बैंक को नुकसान उठाना पड़ता था।
प्रमुख बैंकों का लॉकर शुल्क
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में लॉकर का शुल्क (Bank Locker Charge) साइज और शहर के हिसाब से 500 रुपये से 3,000 रुपये तक है। लेकिन कई बार यह 2000, 4,000, 8,000 और 12,000 रुपये प्रतिवर्ष भी होता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने जो लॉकर लिया है, वह बैंक कहां स्थित है।
ICICI बैंक लॉकर चार्ज
आईसीआईसीआई बैंक के अनुसार, एक लॉकर में अधिकतम पांच रेंटर हो सकते हैं। एक सुरक्षित जमा लॉकर के लिए आवेदन करने के लिए एक लॉकर आवेदन, नोटरीकृत लॉकर समझौता और दो फोटो आवश्यक हैं। आईसीआईसीआई बैंक लॉकर वार्षिक किराया एडवांस में लेता है।
आईसीआईसीआई बैंक के अनुसार, लॉकर किराए का शीघ्र भुगतान सुनिश्चित करने के लिए, लॉकर किराए पर लेने वाले के पास एक सक्रिय आईसीआईसीआई बैंक खाता होना चाहिए। आईसीआईसीआई बैंक छोटे आकार के लॉकर के लिए 1,200 - 5,000 रुपये लेता है और अतिरिक्त बड़े के लिए किराया 10,000 रुपये से 22,000 रुपये तक हो सकता है। ध्यान दें कि ये शुल्क जीएसटी को छोड़कर हैं।
PNB बैंक लॉकर Charge
पीएनबी बैंक ने हाल ही में अन्य शुल्कों के साथ लॉकर शुल्क में वृद्धि की है। लॉकर रूम में जाने की संख्या को भी 15 से घटाकर 12 कर दिया। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में लॉकर का वार्षिक किराया 1250 रुपये से 10,000 रुपये तक है। शहरी और मेट्रो के लिए, बैंक शुल्क 2000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक है।
Axis Bank लॉकर शुल्क
एक्सिस बैंक के ग्राहकों को ध्यान देना चाहिए कि वार्षिक किराए की प्रतिपूर्ति उन्हें सरेंडर करने पर नहीं की दी जाएगी। देर से भुगतान करने पर हर महीने 2.5 प्रतिशत, अधिकतम 25 प्रतिशत तक जुर्माना लगेगा। मुफ़्त विज़िट की संख्या प्रति कैलेंडर माह 3 तक सीमित है, जिसके बाद प्रति विज़िट 100 रुपये + जीएसटी लागू होता है।
एक्सिस बैंक की वेबसाइट के अनुसार, मेट्रो या शहरी शाखा में, छोटे आकार के लॉकर के लिए किराये का शुल्क 2,700 रुपये से शुरू होता है, मध्यम आकार के 6,000 रुपये से, बड़े आकार के 10,800 रुपये से और बड़े आकार के लॉकर का किराया 12 रुपये 960 रुपये से शुरू होता है। जीएसटी अतिरिक्त होगा।
भूल से भी चाबी गुम हो गई तो...
लॉकर लेते समय बैंक से आपको एक चाबी दी जाती है। उस समय बैंक के लॉकर (Bank Locker) प्रबंधक आपको चेतावनी देते हैं कि इस लॉकर की एक ही चाबी है, इसलिए इसे गुम नहीं होने देना है। वैसे बैंक के पास लॉकर की एक मास्टर की भी होती है, लेकिन सिर्फ मास्टर की से लॉकर नहीं खुलता है। जब भी लॉकर खोलने जाएंगे, बैंक प्रबंधक पहले अपना मास्टर की लगाएंगे, फिर आपको अपनी चाबी से लॉकर खोलने के लिए कहा जाएगा। यदि आपने लॉकर की चाबी खो दी, तो भारी मुसीबत होगी।
इसके बाद लॉकर खोलने के लिए बैंक आपसे एक-दो हजार रुपये जुर्माना वसूलेगा। फिर लॉकर बनाने वाली कंपनी को सूचित किया जाएगा, जो पुराने लॉक को तोड़कर नया लॉक लगाएगा। फिर से आपको नई चाबी दी जाएगी, लेकिन इसमें एक से दो सप्ताह तक का समय लग सकता है। इसलिए यदि आपने चाबी खो दी तो बड़ी समस्या होगी।
क्या बैंक लॉकर सुरक्षित हैं?
आरबीआई के नए नियमों के अनुसार, बैंक अपनी लापरवाही के कारण लॉकर सामग्री के किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार होंगे। आरबीआई की अधिसूचना में कहा गया है: "यह बैंकों की जिम्मेदारी है कि वे परिसर की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाएं।
यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि आग, चोरी / चोरी / डकैती जैसी घटनाएं, डकैती, इमारत ढहने की घटना बैंक की अपनी कमियों, लापरवाही और चूक/कमी के किसी भी कार्य के कारण नहीं होती है। चूंकि बैंक यह दावा नहीं कर सकते हैं कि लॉकर की सामग्री के नुकसान के लिए वे अपने ग्राहकों के प्रति कोई दायित्व नहीं रखते हैं, ऐसे मामलों में जहां लॉकर की सामग्री का नुकसान ऊपर वर्णित घटनाओं के कारण होता है या इसके कर्मचारी (कर्मचारियों) द्वारा की गई धोखाधड़ी के कारण होता है, बैंकों की देनदारी सुरक्षित जमा लॉकर के मौजूदा वार्षिक किराए के सौ गुना के बराबर होगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।