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26 के उम्र में खुद की खड़ी की कंपनी बन गए मालिक...जानिए सत्यम ने कैसे शुरू किया स्टार्टअप

Startup News डीयू से बीटेक करने के बाद सत्यम ने कई दिनों तक दूसरे जगहों में काम किया। इसके बाद सत्यम ने अपनी कंपनी बनाई। इसमें उन्होंने कई लोगों को रोजगार दिया। आज उनकी कंपनी सफल स्टार्टअप के रूप में स्थापित हो गई है।

By Sanam SinghEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 01:54 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 01:54 PM (IST)
26 के उम्र में खुद की खड़ी की कंपनी बन गए मालिक...जानिए सत्यम ने कैसे शुरू किया स्टार्टअप
सत्यम की टीम में 20 लोग काम कर रहे हैं।

जमशेदपुर। आज हमारे देश के युवा डिजिटल मार्केटिंग में काफी नाम कमा रहे हैं, औऱ युवाओं को नौकरी दे रहे हैं। इसी में एक ऐसा नाम है शहर के सत्यम सोनी का। मात्र 26 साल के सत्यम एक कंपनी खुद खड़ा नहीं बल्की उस कंपनी के मालिक बन गए हैं। डिजिटल मार्केटिंग में आज के समय बहुत ज्यादा  प्रतिस्पर्धा है। लेकिन सोनी इस काम में अपना एक स्थान बनाया। जहां के समय में 26 साल की उम्र में नौकरी मांगते उन्होंने एक कंपनी स्थापित कर दी।इस कंपनी के माध्यम से कई लोगों का घर चल रहा है। सत्यम ने अपनी काम नाम वेस्टर्न पांडा दिया है। 

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बी.टेक करने के बाद कुछ दिन बाद ही सत्यम ने काम शुरू कर किया। सत्यम ने कप्यूटर साइंस से बीटेक दिल्ली यूनीवर्सिटी से किया है। ब्रांडिंग अच्छी पकड़ होने पर खुद एक कंपनी के मालिक हो गए। उन्होंने कहा- यहां तक इतनी कम उम्र तक पहुंचे में काफी समय लगा है। सत्यम की  टीम में 20 लोग है। सभी कम उम्र के काम करने वाले है। सत्यम ने सभी को रोजगार उपलब्ध कराया है। ब्रांडिंग की धारणा को सत्यम ने बदला है। सत्यम ने कहा- उनका सभी ब्रांडिंग केवल मशहूर लोगों के लिए, नहीं है। जो अच्छी छवि चाहते उनके लिए भी है। जिससे लोगों तक पहुंचा जाए। सत्यम ने अब तक 100 से अधिक राजनेता और 50 से ज्यादा कंपनी के लिए काम किया है। 

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टाटा समूह में कार्यरत कर्मचारियों के बच्चों को मिलेगी एमएएचई में छात्रवृत्ति

जमशेदपुर : टाटा स्टील व टाटा ग्रुप आफ कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों के बच्चों को मनीपाल एकेडमी आफ हायर एजुकेशन (एमएएचई) के लिए छात्रवृत्ति मिलेगी। गुरुवार को कंपनी प्रबंधन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश के तहत छात्रवृत्ति का लाभ लेने वाले कर्मचारियों को तीन वर्ष स्थायी तौर पर काम कर चुके हो। आदेश के तहत मणिपाल मेडिकल कालेज, बारीडीह से डिप्लोमा, डिग्री (मेडिकल), पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में सामान्य श्रेणी के कर्मचारी के अविवाहित बच्चों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाएगा। आदेश के तहत पांच लाख तक का वेतन पाने वाले कर्मचारियों के बच्चों को कोर्स फीस का 90 प्रतिशत, साढ़े सात लाख वार्षिक वेतन पर 75 प्रतिशत, साढ़े सात से 10 लाख पर 50 प्रतिशत, 10 से 12.5 लाख वेतन पर 25 प्रतिशत और 12.5 प्रतिशत से अधिक वेतन पर 10 प्रतिशत की छात्रवृत्ति दी जाएगी। आवेदक इसके लिए 31 जुलाई तक चीफ ग्रुप एचआर-आइआर आफिस में इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। जबकि ग्रुप आफ कंपनी के कर्मचारियों को 20 जुलाई तक अपनी कंपनी के एचआर के पास आवेदन करना होगा।


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