राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाज मादो रानी मांडी ने जन्म प्रमाण पत्र के लिए मांगा रिश्वत, स्वास्थ्य विभाग ने हटाया पद से
राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाज मादो रानी मांडी पर जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया है। विभाग इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। रिश्वतखोरी के आरोप के कारण मादो रानी मांडी विवादों में घिर गई हैं।

फाइल फोटो।
संसू, चाकुलिया। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कंप्यूटर ऑपरेटर मादो रानी मांडी पर जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने में रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। इस मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रंजीत मुर्मू ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया है।
मादो रानी मांडी राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाज रह चुकी हैं और उनकी तीरंदाजी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें स्वास्थ्य विभाग में लगभग छह साल पहले बहाल किया गया था। खेल के क्षेत्र में उनके प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर रखा गया था।
घटनाक्रम के अनुसार, झामुमो के प्रखंड कोषाध्यक्ष राजा बारिक अपने दो बच्चों का डिजिटल जन्म प्रमाण पत्र बनाना चाहते थे। उनके पास पहले से बना हस्तलिखित जन्म प्रमाण पत्र मौजूद था। इसके लिए उन्होंने विधायक कार्यालय के प्रभारी पार्टी कार्यकर्ता बबलू हेंब्रम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा।
अरोप है कि कंप्यूटर ऑपरेटर मादो रानी मांडी ने प्रति प्रमाण पत्र 700 रुपये खर्चा पानी के नाम पर मांगे। इस बात की जानकारी मिलने पर सोमवार को प्रखंड प्रमुख भुवनेश्वर करुणामय, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष शिवचरण हांसदा, गोपन परिहारी और राजा बारिक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा।
उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से शिकायत करते हुए कहा कि मादो रानी मांडी द्वारा लगातार लोगों से प्रमाण पत्र निर्गत करने के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही है। स्थानीय विधायक समीर मोहंती ने भी प्रभारी से आरोपित कंप्यूटर ऑपरेटर के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
इसके बाद डॉ. रंजीत मुर्मू ने आउटसोर्सिंग पर बहाल मादो रानी मांडी को तुरंत प्रभाव से पद से हटा दिया। उनकी जगह पर अनिल टुडू को प्रभार सौंपा गया है।
मादो रानी मांडी ने तीरंदाजी के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुका है। खेल में उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में बहाल किया था। हालांकि इस विवादित मामले के कारण उनका पद रद कर दिया गया।
आउटसोर्सिंग पर बहाल कंप्यूटर ऑपरेटर मादो रानी मांडी के विरुद्ध लगातार शिकायतें मिल रही थी। सोमवार को विधायक द्वारा भी इस मामले में शिकायत की गई थी, जिसके बाद आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर को हटाने से संबंधित पत्र निर्गत कर दिया गया है।
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डॉ. रंजीत मुर्मू, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, चाकुलिया

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