मां की मौत के बाद पिता गया जेल, लावारिस की तरह पल रहा नवजात
कनास गांव में विवाहिता महिला रेणुका पाल द्वारा बीते मंगलवार को अपने ही घर के पीछे जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद से उसके दो पुत्र 3 वर्षीय एवं 4 माह का नवजात शिशु रोते बिलखते परेशान है। इस मामले में रेणुकी पाल की मां साथी पाल द्वारा पति सास एवं दो मामा ससुर पर प्राथमिक दर्ज कराया है।
संसू, धालभूमगढ़ : कनास गांव में विवाहिता महिला रेणुका पाल द्वारा बीते मंगलवार को अपने ही घर के पीछे जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद से उसके दो पुत्र 3 वर्षीय एवं 4 माह का नवजात शिशु रोते बिलखते परेशान है। इस मामले में रेणुकी पाल की मां साथी पाल द्वारा पति, सास एवं दो मामा ससुर पर प्राथमिक दर्ज कराया है। इस मामले में पति दुर्लब पाल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि सास व मामला ससुर गिरफ्तारी को लेकर पुलिस जुटी है। हालांकि बिषम परिस्थित है कि चार माह का नवजात शिशु मां का दूध नही छोड़ा है। बच्चे की दादी चंपक लता पाल व दादा असित पाल दोनो ने मिलकर दोनो बच्चे का किसी तरह से संभाल रहे है। उन लोगों ने बताया कि बाहरी दूध देकर किसी तरह नवजात बच्चे को संभाल रहे है। घटना के दिन नवजात को जोनडिस था। बहु बच्चे का ध्यान देकर आवेश में आकर जान दे दी। झगड़ा झंझट हर घर में होता है। उतनी ही परेशानी थी तो वे बच्चे को लेकर मायके चली जाती इस तरह से नवजात बच्चे का छोड़ कर नही जाना चाहिए। बहू के मायके वाले दोनो बच्चे को ले जाने में असमर्थता जताया। हालांकि बच्चों को गांव की महिलाओं द्वारा सहयोग मिल रहा पर कब तक। इधर वार्ड सदस्य गंगाधार पाल ने बताया कि बच्चा को जोनडिस था गुरूवार को तेतुलडांग में झाड़ फूंक करया गया इससे बच्चा स्वस्थ है पर मां के बीना परेशान है। बच्चे का तीसरा मामा रामेश्वर पाल ने कहा कि तीन वर्षीय बच्चे को अपने साथ देवली ले जाने की बात कह रहे है। यदि जरूरत पड़ी तो नवजात को भी ले जाने की योजना बना रहे है। पुलिस से भी बात चल रही है। पीएसआई अर्जुन यादव ने कहा कि दोनो बच्चे की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। परिवार वाले व ग्रामीणों की देखरेख में, इसके अलावा चाइल्ड लाइन को भी सूचना दी गई है ताकि वे नियमानुसार कार्रवाई करे ताकि दोनो बच्चे खुश व स्वस्थ रहें।