Chaibasa Breaking News : झारखंड के चाईबासा में बकरी चराने गई कक्षा आठ की छात्रा की दुराचार के बाद हत्या
झारखंड के चाईबासा के पांड्राशोली थाना क्षेत्र में कक्षा आठ की छात्रा के साथ दुराचार और उसके बाद उसकी हत्या का मामला प्रकाश में आया है। वह बकरी चराने जंगल गई थी। पुलिस ने मामले एक पुरुष व एक महिला को हिरासत में लिया है।

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिला के पांड्राशाली थाना क्षेत्र के एक गांव में 13 साल की नाबालिग की दुराचार के बाद हत्या का मामला प्रकाश में आया है। घटना सोमवार की शाम चार बजे की है। पुलिस के संज्ञान में यह मामला मंगलवार को उस समय आया, जब परिवार वालों ने बच्ची का शव झाड़ियों के पास पड़ा देखा। परिजनों से सूचना मिलने के बाद पांड्राशाली ओपी की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजवाया। यहां डा. खालिद ने शव को एमजीएम ले जाने का सुझाव दिया। हालांकि बाद में अस्पताल प्रबंधन समिति ने तीन चिकित्सकों की टीम बनाकर पोस्टमार्टम करा दिया। टीम में डा. खालिद अंजुम, डा. नागेश्वर मांझी और डा. ईवा रानी खालको शामिल थे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने दुष्कर्म के बाद हत्या के संदेह में उसी गांव के 24 वर्षीय युवक विजय सिंह बानरा को गिरफ्तार कर लिया है। शव के पास से पुलिस ने बच्ची की चप्पल, उसका छाता और एक व्यक्ति की चप्पल एवं अंदरुनी वस्त्र बरामद किया है। मृतका व आरोपित गांव के रिश्ते में भाई-बहन लगते हैं।
बकरी चराने गई थी बेटी, पेड़ की लता से गला दबाकर की गई हत्या
परिजनों ने बताया कि बेटी सोमवार की सुबह बकरी चराने के लिए गांव से कुछ दूरी पर मैदान में गई थी। वहीं पर आरोपित भी बैल व बकरी चराने पहुंचा हुआ था। परिजनों ने शक जताया है कि उसी ने पहले बच्ची के साथ दुराचार किया। इसके बाद पुलिस से पकड़े जाने के भय में बच्ची की पेड़ की लता से गला दबाकर हत्या कर दी। यह भी बताया जा रहा है कि आरोपित के पास दोपहर में उसकी पत्नी खाना लेकर पहुंची थी, उसने बच्ची को भी अपने साथ खाना खिलाया। इसके बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया। मृतक की पिता ने बताया कि उनके चार बच्चे हैं। दो बेटी और दो बेटे शामिल हैं। मृतका तीसरे नंबर पर भी थी। वह कक्षा आठ की छात्रा है। सोमवार को उसे बाजार जाना था इसलिए बेटी को बकरी चराने भेज दिया था। बेटी जब शाम चार बजे तक नहीं लौटी तो तब उसकी खोज शुरू की गई। शाम छह बजे के आस-पास आरोपित विजय सिंह बानरा ने बताया कि तुम्हारी बेटी अपने से कम उम्र के लड़कों के साथ बात कर रही थी। उसे मैंने देखा है। रात भर उसे खोजा गया, लेकिन नहीं मिली। मंगलवार की सुबह पेड़ के नीचे उसका शव मिला। विजय ने ही बेटी के साथ दुराचार किया और हत्या की है।
एसआइटी का गठन कर आरोपित को किया गया गिरफ्तार
मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने सदर डीएसपी दिलीप खलको, सदर अंचल के पुलिस निरीक्षक प्रवीण कुमार, पांड्राशाली ओपी के पुलिस अवर निरीक्षक पंकज कुमार व चंदा उरांव को शामिल करते हुए एसआइटी का गठन किया। एसआइटी ने वैज्ञानिक व तकनीकी अनुसंधान के बाद आठ घंटे के भीतर ही आरोपित विजय सिंह बानरा को गिरफ्तार कर लिया। मृतका के शव के समीप से बरामद लता व चप्पल को भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही दुराचार की पुष्टि हो पायेगी।
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