घासी उपजाति पर गरमाई सियासत
जागरण प्रतिनिधि, जमशेदपुर : घासी उपजाति को लेकर भू-राजस्व मंत्री मथुरा महतो द्वारा दिए गए बयान के
बाद सियासत गरमा गई है। मंत्री के बयान के विरोध में झारखंड दिशोम पार्टी (झादिपा) ने गुरुवार को उपायुक्त (डीसी) कार्यालय के समक्ष धरना दिया। धरना के बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीसी को सौंपा गया। धरना देने वालों में विमो मुर्मू, मुकेश मुखी, बाबलू मुखी, रॉकी मुखी, एसएस टुडू, सालखन मुर्मू रजनी हेम्ब्रम व लखन मुखी आदि शामिल थे।
धरनार्थियों को संबोधित करते हुए झादिपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष सोनाराम सोरेन ने कहा कि भू-राजस्व मंत्री मथुरा प्रसाद महतो ने यह कह कर कि घासी जाति झारखंड में विलुप्त हो गई है, जाति के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्रालय के विशेष सचिव द्वारा जारी पत्र के साथ संलग्न जाति सूची (अनुसूचित जाति) में घासी उपजाति को विलुप्त दिखाया गया है, जबकि केंद्र सरकार की वर्ष 1956 में जारी एसटी एसटी मोडिफिकेशन लिस्ट में घासी उपजाति अनुसूचित जाति की सूची में सूचीबद्ध है। उन्होंने कहा कि घासी जाति को विलुप्त करने के किसी भी सरकारी प्रयास का कड़ा विरोध किया जाएगा।
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